अफ्रीकी देश अंगोला की चार दिवसीय यात्रा पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, वहां के प्रथम राष्ट्रपति नेटो को दी श्रद्धांजिल

अफ्रीकी देश अंगोला की चार दिवसीय यात्रा पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, वहां के प्रथम राष्ट्रपति नेटो को दी श्रद्धांजिल
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अफ्रीकी देश अंगोला की चार दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। अपनी यात्रा के दूसरे दिन सोमवार को राष्ट्रपति मुर्मू ने अंगोला की राजधानी लुआंडा में एंटोनियो अगोस्तिन्हो नेटो की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।

नई दिल्ली, 10 नवंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अफ्रीकी देश अंगोला की चार दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। अपनी यात्रा के दूसरे दिन सोमवार को राष्ट्रपति मुर्मू ने अंगोला की राजधानी लुआंडा में एंटोनियो अगोस्तिन्हो नेटो की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।

अंगोला के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. नेटो, अंगोला की एकता, प्रतिरोध और राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक हैं। उन्होंने अंगोला के स्वतंत्रता संग्राम में प्रमुख भूमिका निभाई थी।

इसके अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लुआंडा के सशस्त्र बलों के संग्रहालय वाले किले, फोर्टालेजा डे साओ मिगुएल का दौरा किया। यह संग्रहालय अंगोला के औपनिवेशिक काल और स्वतंत्रता संग्राम सहित उसके लंबे और जटिल सैन्य इतिहास की कहानी बयां करता है।

बता दें कि यात्रा के पहले चरण में राष्ट्रपति रविवार को अंगोला पहुंचीं। यह किसी भी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की अंगोला की पहली राजकीय यात्रा है। राष्ट्रपति मुर्मू की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।

इस क्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोनकाल्वेस लौरेंको के साथ व्यापक द्विपक्षीय चर्चा की। राष्ट्रपति भवन की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पोस्ट पर बताया गया कि दोनों नेताओं ने ऊर्जा साझेदारी, बुनियादी ढांचे, रक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और डिजिटल प्रौद्योगिकियों सहित सहयोग को गहरा करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमति व्यक्त की।

राष्ट्रपति ने अंगोला की विकास यात्रा में द्विपक्षीय रूप से और साथ ही भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन के व्यापक ढांचे में एक विश्वसनीय भागीदार बने रहने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।

इस अवसर पर मत्स्य पालन, जलीय कृषि और समुद्री संसाधनों में सहयोग और वाणिज्य दूतावास संबंधी मामलों पर समझौता ज्ञापनों का भी आदान-प्रदान किया गया।

भारत और अंगोला के बीच द्विपक्षीय व्यापार में बढ़त हो रही है, और विदेश मंत्रालय की ओर से साझा जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-2024 के दौरान यह 4.192 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। भारत अंगोला का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। अंगोला के कुल निर्यात में भारत की भागीदारी 10 फीसदी है, जिसमें कच्चे तेल का व्यापार अहम है।

इसके अलावा दोनों देश खेती, मेडिकल सर्विस, फार्मास्यूटिकल्स (जेनेरिक दवाएं), हीरे के व्यापार, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर में सहयोग भी शामिल हैं।

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Created On :   10 Nov 2025 8:35 PM IST

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