केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा की

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा की
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण पर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सभी संबंधित राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्रों में वायु प्रदूषण प्रबंधन के प्रयासों पर ठोस कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए चल रहे उपायों का आकलन करने के लिए यह चौथी ऐसी समीक्षा बैठक थी। बैठक के दौरान दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा मौजूद रहे।

नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण पर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सभी संबंधित राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्रों में वायु प्रदूषण प्रबंधन के प्रयासों पर ठोस कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए चल रहे उपायों का आकलन करने के लिए यह चौथी ऐसी समीक्षा बैठक थी। बैठक के दौरान दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा मौजूद रहे।

भूपेंद्र यादव ने वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए चल रहे प्रयासों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों से पराली प्रबंधन के लिए जिलावार योजना तैयार करने और निगरानी करने की बात कही। उन्होंने जिला अधिकारियों से फसल अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) मशीनों के संचालन पर किसानों की क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनकी व्यापक पहुंच सुनिश्चित करने को भी कहा।

इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने खुले में नगर पालिका ठोस अपशिष्ट (एमएसडब्ल्यू) जलाने के प्रति जीरो टॉलरेंस सुनिश्चित करने और निरंतर निगरानी बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने एनसीआर शहरों के नगरपालिका अधिकारियों से विरासत अपशिष्ट प्रबंधन में कमियों को पाटने और इसके त्वरित निपटान को सुनिश्चित करने के लिए एक सख्त समय-सीमा तैयार करने का अनुरोध किया। पर्यावरण मंत्री ने अधिकारियों को अलग-थलग न रहकर एमएसडब्ल्यू प्रबंधन के सर्वोत्तम तरीकों को आपस में साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया।

उन्होंने दिल्ली-एनसीआर के रेड कैटेगरी के उद्योगों में ऑनलाइन सतत उत्सर्जन निगरानी प्रणाली (ओसीईएमएस) और वायु प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों (एपीसीडी) की स्थापना को मिशन मोड में शुरू करने को कहा। सड़क की धूल को कम करने के लिए एनसीआर के चिह्निंत शहरी/औद्योगिक क्षेत्रों के लिए सड़क पुनर्विकास रोडमैप की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समय पर पूरा होने को सुनिश्चित करने को कहा।

इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न प्राधिकरणों को सड़कों के किनारे हरियाली बढ़ाने के कार्यों को मिशन मोड पर करने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि धूल के उत्सर्जन को कम किया जा सके। उन्होंने सुझाव दिया कि एनसीआर के विभिन्न नगर निगम संबंधित वन विभागों के साथ समन्वय करके नर्सरियों में पौधे उगाना शुरू करें, जिन्हें बाद में क्षेत्र में हरित क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए बंजर वन भूमि पर बड़े पैमाने पर लगाया जा सकता है।

केंद्रीय मंत्री ने नागरिकों सहित सभी हितधारकों के साथ समन्वित कार्रवाई और सहयोग के माध्यम से क्षेत्र में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई। बैठक में सीएक्यूएम, सीपीसीबी, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब की सरकारों, एनसीआर शहरों के नगर आयुक्तों और अन्य संबंधित एजेंसियों सहित प्रमुख हितधारकों ने भाग लिया।

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Created On :   11 Nov 2025 10:37 PM IST

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