विपक्ष के एसआईआर प्रदर्शन पर एनडीए नेताओं का तंज, कहा- उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा

विपक्ष के एसआईआर प्रदर्शन पर एनडीए नेताओं का तंज, कहा- उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा
संसद के शीतकालीन सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन है। विपक्ष मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा की मांग कर रहा है और संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहा है। वहीं, एनडीए दल के नेता विपक्ष पर बेवजह एसआईआर को मुद्दा बनाने का आरोप लगा रहे हैं।

नई दिल्ली, 2 दिसंबर (आईएएनएस)। संसद के शीतकालीन सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन है। विपक्ष मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा की मांग कर रहा है और संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहा है। वहीं, एनडीए दल के नेता विपक्ष पर बेवजह एसआईआर को मुद्दा बनाने का आरोप लगा रहे हैं।

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के संयोजक एवं राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "विपक्ष एसआईआर को बेवजह का मुद्दा बना रहा है। कांग्रेस, राजद और विपक्ष के अन्य दलों ने बिहार चुनाव को देखा है। एसआईआर कहीं से मुद्दा ही नहीं है। वे वोटचोरी का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन कहां पर ऐसा हो रहा है? बिहार में चुनाव हो गया, अगर किसी के वोट की चोरी होती तो वह मतदान केंद्र पर जाकर कहता कि हमारा वोट इसमें नहीं है। उस समय माना जा सकता था कि वोट चोरी हुई है, लेकिन ऐसा एक भी उदाहरण नहीं आया। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, सिर्फ अर्नगल बातों को उठाया जा रहा है। बिहार में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है, अब देश के अन्य राज्यों में भी उनका यही हाल होगा।"

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, "बिहार परिणाम आने के बाद विपक्ष के पास संसद का फ्लोर ही एकमात्र जगह है, जहां वे अपने आपको प्रासंगिक दिखा सकते हैं। बिहार की जनता ने जिस तरह की विघटन की राजनीति के बजाय विकास की राजनीति को प्राथमिकता दी है, बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्वीकार्यता दी है। विपक्ष पर एक कहावत सही बैठती है कि 'खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे।'

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "यह सब ड्रामा है और कुछ नहीं। जब बंगाल में चुनाव होते हैं, तो वोट चोरी नहीं होती; जब कर्नाटक में सरकार बनती है, तो वोट चोरी नहीं होती; जब हिमाचल प्रदेश में सरकार बनती है, तो वोट चोरी नहीं होती। ये लोग बेशर्म हैं और लोकतंत्र पर धब्बा हैं।"

बिहार सरकार के मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा, "विपक्ष बेशर्मी से एसआईआर की बात करता है। जब बिहार में एसआईआर लागू हुआ था, तो सात करोड़ से ज्यादा वोटरों ने इसे माना था, और माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी इसकी पूरी तरह से समीक्षा की थी और एसआईआर को सही पाया था। इसके बाद भी, अगर कांग्रेस और विपक्ष लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ काम करते रहे और अपनी आवाज उठाते रहे, तो लोग कांग्रेस और 'इंडी' अलायंस को कभी माफ नहीं करेंगे।"

दूसरी ओर लखनऊ से उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा, "विपक्ष नहीं चाहता कि वोटर लिस्ट ठीक हो। बिहार में जो कुछ भी हुआ, उसमें एक भी व्यक्ति ने शिकायत नहीं की कि उनका वोट हटा दिया गया। जिनके पास सच में वोट थे, वे डाल पाए और बड़े पैमाने पर वोटर लिस्ट ठीक की गईं।"

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Created On :   2 Dec 2025 3:44 PM IST

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