केरल को किया जाएगा 'अत्यधिक गरीबी मुक्त' राज्य घोषित, मुख्यमंत्री 1 नवंबर को करेंगे घोषणा

केरल को किया जाएगा अत्यधिक गरीबी मुक्त राज्य घोषित, मुख्यमंत्री 1 नवंबर को करेंगे घोषणा
केरल एक बार फिर अत्यधिक गरीबी उन्मूलन का इतिहास रच रहा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने वाला देश का पहला राज्य होने के साथ-साथ, केरल इस लक्ष्य को प्राप्त करने वाला दुनिया का दूसरा क्षेत्र भी बन गया है। स्थानीय स्वशासन मंत्री एमबी राजेश और शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने तिरुवनंतपुरम में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।

तिरुवनंतपुरम, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। केरल एक बार फिर अत्यधिक गरीबी उन्मूलन का इतिहास रच रहा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने वाला देश का पहला राज्य होने के साथ-साथ, केरल इस लक्ष्य को प्राप्त करने वाला दुनिया का दूसरा क्षेत्र भी बन गया है। स्थानीय स्वशासन मंत्री एमबी राजेश और शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने तिरुवनंतपुरम में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि इस महान उपलब्धि की घोषणा मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन 1 नवंबर को शाम 5 बजे तिरुवनंतपुरम सेंट्रल स्टेडियम में करेंगे। राज्य के सभी मंत्री इस समारोह में भाग लेंगे। विपक्ष के नेताओं को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि फिल्म अभिनेता कमल हासन, सांसद ममूटी और मोहनलाल मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे।

कार्यक्रम की सफलता के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक व्यापक आयोजन समिति का गठन किया गया है। शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। तिरुवनंतपुरम में कार्यक्रम के आयोजन के साथ-साथ, राज्य के सभी स्थानीय स्वशासन निकायों में भी विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है।

नीति आयोग के आंकड़ों के अनुसार केरल देश में सबसे कम गरीबी दर वाला राज्य है। 2021 में नीति आयोग ने पाया कि गरीबी दर जनसंख्या का केवल 0.7 प्रतिशत थी। एक वैज्ञानिक और व्यापक सर्वेक्षण के माध्यम से केरल में 64006 अत्यधिक गरीबी वाले परिवारों की पहचान की गई।

उन्होंने बताया कि अत्यधिक गरीबी वाले वे परिवार हैं, जो भोजन, स्वास्थ्य, आजीविका और आश्रय के कारकों के आधार पर जीवित नहीं रह सकते हैं। इनमें से प्रत्येक क्षेत्र में, प्रत्येक परिवार को आवश्यक सहायता और सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रत्येक परिवार के लिए एक विशेष माइक्रोप्लान तैयार किया गया था।

इस सूची में कई सबसे हाशिए पर रहने वाले लोग शामिल हैं, जिनका नाम मतदाता सूची में भी नहीं था, जिनके पास राशन कार्ड या आधार कार्ड भी नहीं था। 64006 परिवारों में से 4421 परिवार (जिनमें से अधिकांश एकल सदस्य परिवार हैं) की पहले ही मृत्यु हो चुकी है।

उन्होंने कहा कि ऐसे 47 मामले हैं, जहां एक ही परिवार के विभिन्न सदस्य विभिन्न स्थानीय स्व-सरकारी निकायों में सूचीबद्ध हैं। उन्हें एक परिवार मानते हुए एक माइक्रोप्लान तैयार किया गया है। इस प्रकार, 4729 परिवारों को छोड़कर, शेष 59277 परिवार वर्तमान में अत्यंत गरीब के रूप में सूचीबद्ध हैं।

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Created On :   22 Oct 2025 11:38 PM IST

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