महाकुंभ 2025: महाकुंभ में 16 फरवरी को श्रद्धालु पढ़ेंगे पर्यावरण संरक्षण का पाठ

महाकुंभ में 16 फरवरी को श्रद्धालु पढ़ेंगे पर्यावरण संरक्षण का पाठ
यदि आप पर्यावरण प्रेमी हैं और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित भव्य महाकुंभ में जाने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। महाकुंभ की धरती पर पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन को लेकर 16 फरवरी को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में साधु संतों के अलावा आम जन भी भाग लेंगे।

लखनऊ, 10 फरवरी (आईएएनएस)। यदि आप पर्यावरण प्रेमी हैं और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित भव्य महाकुंभ में जाने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। महाकुंभ की धरती पर पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन को लेकर 16 फरवरी को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में साधु संतों के अलावा आम जन भी भाग लेंगे।

इस कार्यक्रम को लेकर न्यूज एजेंसी आईएएनएस से पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव अनिल कुमार ने बातचीत की।

उन्होंने कहा कि देखिए 16 फरवरी को प्रयागराज में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है और इसमें अपने पर्यावरण से संबंधित पॉलिसी मेकर्स, धर्म गुरुओं को निमंत्रण भेजा है। हमारी कोशिश है कि पर्यावरण सुरक्षा से जुड़े पॉलिसी मेकर्स और धर्म गुरु एक मंच पर आए। पर्यावरण संरक्षण को लेकर चर्चा की जाएगी। पर्यावरण को लेकर टेक्निकल सेशन भी आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी अनुरोध किया गया है। इसके अलावा शोधकर्ता और वैज्ञानिकों को भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया है।

उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में शामिल धर्मगुरुओं के माध्यम से एक संदेश देना चाहते हैं कि जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण बेहद ही जरूरी विषय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार पर्यावरण संरक्षण को लेकर काम कर रहे हैं। हम लोगों ने इस साल 35 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य रखा है।

बता दें कि इसके अलावा श्रद्धालुओं में पक्षियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता विकसित करने के उद्देश्य से 16 फरवरी से इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। 18 फरवरी तक चलने वाले इस आयोजन में प्रसिद्ध राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संरक्षणवादी, वैज्ञानिक, पक्षी विज्ञानी, पारिस्थितिकी और पर्यावरण प्रकृति संरक्षण के क्षेत्र में तकनीकी विशेषज्ञ पक्षी प्रेमी और स्कूल तथा कॉलेज के शिक्षक और छात्र भी भाग लेंगे।

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Created On :   10 Feb 2025 10:06 PM IST

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