राष्ट्रीय: वाराणसी को मिलेगी पहली नेट जीरो एनर्जी लाइब्रेरी, 20 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

वाराणसी को मिलेगी पहली नेट जीरो एनर्जी लाइब्रेरी, 20 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
उत्तर प्रदेश स्थित वाराणसी के एलटी कॉलेज परिसर में पुरानी जिला लाइब्रेरी अब अत्याधुनिक स्वरूप में बदलने जा रही है। शिक्षा विभाग द्वारा संचालित यह लाइब्रेरी कई सालों से जर्जर स्थिति में है, जिसमें बैठने की पर्याप्त सुविधा नहीं है। इसी वजह से वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने एनएचपीसी के सहयोग से एक नई आधुनिक लाइब्रेरी के निर्माण की योजना बनाई है।

वाराणसी, 26 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश स्थित वाराणसी के एलटी कॉलेज परिसर में पुरानी जिला लाइब्रेरी अब अत्याधुनिक स्वरूप में बदलने जा रही है। शिक्षा विभाग द्वारा संचालित यह लाइब्रेरी कई सालों से जर्जर स्थिति में है, जिसमें बैठने की पर्याप्त सुविधा नहीं है। इसी वजह से वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने एनएचपीसी के सहयोग से एक नई आधुनिक लाइब्रेरी के निर्माण की योजना बनाई है।

वीडीए वीसी पुलकित गर्ग ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि एलटी कॉलेज कैंपस में जिला लाइब्रेरी है, जो जर्जर स्थिति में है। 20 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली यह लाइब्रेरी कई आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी, जिसमें 500 स्टूडेंट्स के बैठने की व्यवस्था होगी। मीटिंग हॉल और डिस्कशन रूम भी होंगे। 40,000 पुस्तकों की क्षमता वाली अलमारियां होंगी।

उन्होंने कहा कि इस लाइब्रेरी में कंप्यूटर लैब और ऑडियो-वीडियो रूम भी होंगे। वाराणसी की संस्कृति से जुड़ी पुस्तकों के लिए अलग कक्षा होगी। एक साल के भीतर यह लाइब्रेरी बनकर तैयार हो जाएगी, जो छात्रों के लिए अत्याधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल अध्ययन स्थल उपलब्ध कराएगी।

पुलकित गर्ग ने कहा कि इस लाइब्रेरी की सबसे खास बात यह होगी कि यह वाराणसी की पहली नेट जीरो एनर्जी बिल्डिंग होगी। इसमें बिजली की आपूर्ति पूरी तरह सौर ऊर्जा से होगी और पानी का पुनर्चक्रण किया जाएगा, जिससे बाहरी बिजली या पानी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। पीने का पानी बाहर से लिया जाएगा, जबकि अन्य कार्यों के लिए रीसाइक्लिंग पानी का उपयोग होगा।

छात्र सौरभ सिंह ने कहा कि अभी लाइब्रेरी में बैठने की व्यवस्था नहीं है। सीट न मिलने की वजह से कई स्टूडेंट्स को वापस लौटना पड़ता है। हाईटेक होने से सुविधाएं बढ़ जाएंगी।

छात्रा नैंसी राय ने कहा कि लाइब्रेरी में जगह बढ़ेगी तो डिस्टरबेंस कम होगी। किताबें बढ़ जाएंगी तो स्टूडेंट्स के लिए अच्छा हो जाएगा।

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Created On :   26 July 2025 8:27 PM IST

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