खेल: भारतीय धाविकाओं ने एशियन चैंपियनशिप में जीता रिले में रजत पदक, 2025 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए किया क्वालीफाई

भारतीय धाविकाओं ने एशियन चैंपियनशिप में जीता रिले में रजत पदक, 2025 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए किया क्वालीफाई
भारत की महिला 4x100 मीटर रिले टीम ने दक्षिण कोरिया के गुमी में आयोजित 2025 एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए 43.86 सेकंड के समय के साथ रजत पदक अपने नाम किया। इस टीम में श्राबणी नंदा, अभिनया राजराजन, एस.एस. स्नेहा और निथ्या गांधी शामिल थीं। चीन ने 43.28 सेकंड में दौड़ पूरी कर स्वर्ण पदक जीता, जबकि थाईलैंड ने 44.26 सेकंड के साथ कांस्य पदक हासिल किया।

नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। भारत की महिला 4x100 मीटर रिले टीम ने दक्षिण कोरिया के गुमी में आयोजित 2025 एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए 43.86 सेकंड के समय के साथ रजत पदक अपने नाम किया। इस टीम में श्राबणी नंदा, अभिनया राजराजन, एस.एस. स्नेहा और निथ्या गांधी शामिल थीं। चीन ने 43.28 सेकंड में दौड़ पूरी कर स्वर्ण पदक जीता, जबकि थाईलैंड ने 44.26 सेकंड के साथ कांस्य पदक हासिल किया।

इस उपलब्धि से भारत को न केवल एशियाई स्तर पर पदक मिला, बल्कि इस टीम ने अगले साल टोक्यो में होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भी अपना स्थान पक्का कर लिया है।

टीम की चार धाविकाओं में से एस.एस. स्नेहा की भागीदारी विशेष उल्लेखनीय है, क्योंकि वे एचआरडीएस इंडिया स्पोर्ट्स अकादमी से जुड़ी हैं। यह अकादमी देश के दूरदराज और वंचित समुदायों की प्रतिभाओं को तराशने और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। स्नेहा की इस उपलब्धि के साथ एचआरडीएस अकादमी को अपना पहला अंतरराष्ट्रीय पदक हासिल हुआ है।

एचआरडीएस इंडिया के संस्थापक सचिव अजी कृष्णन ने कहा,“यह रजत पदक सिर्फ एक व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि उस व्यवस्था की सफलता है जो प्रतिभा, अनुशासन और अवसर में विश्वास रखती है। हमें स्नेहा और पूरी भारतीय रिले टीम पर गर्व है। गुमी में उनका प्रदर्शन दिखाता है कि भारतीय एथलेटिक्स सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।”

अकादमी की दीर्घकालिक योजना भारत को 2036 ओलंपिक में पदक दिलाने की है और वह जमीनी स्तर पर मजबूत प्रशिक्षण प्रणाली के जरिए युवाओं को सशक्त बना रही है। स्नेहा का वर्ल्ड चैंपियनशिप में क्वालिफिकेशन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

जैसे-जैसे भारतीय टीम टोक्यो वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारियों में जुटेगी, गुमी में मिली यह सफलता देशभर के उभरते एथलीटों को प्रेरणा देती रहेगी। एचआरडीएस इंडिया के लिए यह पदक उसके व्यापक मिशन को भी और मजबूती देता है-जहां हर प्रतिभाशाली युवा को सही प्रशिक्षण, संसाधन और मंच देकर विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर दिया जाता है।

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Created On :   31 May 2025 8:19 PM IST

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