राष्ट्रीय: गुना 'सुकन्या समृद्धि योजना' के तहत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 222 बच्चियों की मदद की

गुना  सुकन्या समृद्धि योजना के तहत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 222 बच्चियों की मदद की
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के गुना में शनिवार को डाक विभाग द्वारा आयोजित 'सुकन्या समृद्धि योजना' कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि 1 मई 2025 से 1 मई 2026 तक गुना संसदीय क्षेत्र में जितनी भी बच्चियों के अकाउंट 'सुकन्या समृद्धि योजना' के तहत खुलेंगे, उसमें वह अपनी सांसद निधि से प्रति बच्ची 500-500 रुपए की राशि जमा करेंगे।

गुना, 28 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के गुना में शनिवार को डाक विभाग द्वारा आयोजित 'सुकन्या समृद्धि योजना' कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि 1 मई 2025 से 1 मई 2026 तक गुना संसदीय क्षेत्र में जितनी भी बच्चियों के अकाउंट 'सुकन्या समृद्धि योजना' के तहत खुलेंगे, उसमें वह अपनी सांसद निधि से प्रति बच्ची 500-500 रुपए की राशि जमा करेंगे।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 'सुकन्या समृद्धि योजना' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। पिछले 11 साल के अंदर इस योजना के तहत 3 करोड़ 60 लाख खाते खोले जा चुके हैं। इसके अंतर्गत परिवारों द्वारा 2 लाख करोड़ की राशि रखी गई है। यह राशि हमारी बच्चियों के भविष्य के निर्माण के लिए रखी गई है। पैसे पर आयकर नहीं लगेगा। जब बच्चियां शादी के योग्य होंगी तो यह पैसा उस वक्त उनके काम आएगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बच्चियां निर्माणकर्ता हैं। जब मैं एक-एक से मिल रहा था। सारी बच्चियां मुझे अपनी बेटी के समान ही लगीं। सभी का नाम भी बहुत सुंदर है। बच्चियां आध्यात्मिक शक्तियों की प्रतीक हैं। हमने एक नया तरीका अपनाया है। मेरे संसदीय क्षेत्र में एक साल में जितने भी खाते खुलेंगे, उसके लिए प्रति बच्ची मैं 500 रुपए दूंगा। मैं चाहता हूं कि सभी बच्चियों का खाता खुले और सभी का भविष्य सुरक्षित हो। ब

मध्य प्रदेश डाक परिमंडल के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल विनित माथुर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि आज के कार्यक्रम में गुना क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा 222 बच्चियों का खाता 'सुकन्या समृद्धि योजना' के तहत खोला गया। इसमें उन्होंने प्रति खाते अपनी निधि से 500 रुपए अदा किए। इसमें 40 बच्चियों की माताओं को उन्होंने अपने हाथ से पासबुक सौंपे।

उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार की योजना है, जिसका क्रियान्वयन डाक विभाग द्वारा किया जाता है। इसमें नवजात से 10 वर्ष तक की बच्चियों का खाता खोला जाता है। प्रति माह या प्रतिवर्ष अभिभावकों द्वारा पैसा जमा किया जाता है। बच्चियां जब 18 साल की होंगी तो उनकी पढ़ाई या शादी के लिए पैसा निकाला जा सकता है। प्रतिवर्ष डेढ़ लाख रुपए तक जमा किया जा सकता है। मध्य प्रदेश में 27 लाख एक्टिव अकाउंट हैं। इसमें साढ़े सात हजार करोड़ के करीब रुपए जमा हैं। गुना क्षेत्र में लगभग 65 हजार खाते हैं। मध्य प्रदेश में इस साल 3 लाख नवजात बच्चियों के खाते खोलने का लक्ष्य है।

लाभार्थी सना बानो ने आईएएनएस से कहा कि मेरी बच्ची दो महीने की है। इसका खाता 'सुकन्या समृद्धि योजना' के तहत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुलवाया है। इसके लिए मैं उनका शुक्रिया अदा करती हूं।

सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत 4 दिसंबर 2014 को हुई थी। इसका उद्देश्य बच्चियों की शादी और उच्च शिक्षा की चिंताओं को दूर करना था। नवजात से लेकर 10 वर्ष की उम्र तक की बालिका के नाम पर उसके माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा खाता खोला जा सकता है। खाता डाकघरों या अधिकृत बैंकों में खोला जा सकता है।

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Created On :   28 Jun 2025 8:15 PM IST

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