बॉलीवुड: तुर्की का बहिष्कार करे भारतीय फिल्म उद्योग जगत अशोक पंडित

तुर्की का बहिष्कार करे भारतीय फिल्म उद्योग जगत  अशोक पंडित
फिल्म निर्माता और इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स असोसिएशन (आईएफटीडीए) के अध्यक्ष अशोक पंडित ने भारतीय फिल्म उद्योग जगत से तुर्की को बायकॉट करने की अपील की है। आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने तुर्की पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप भी लगाया।

मुंबई, 14 मई (आईएएनएस)। फिल्म निर्माता और इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स असोसिएशन (आईएफटीडीए) के अध्यक्ष अशोक पंडित ने भारतीय फिल्म उद्योग जगत से तुर्की को बायकॉट करने की अपील की है। आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने तुर्की पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप भी लगाया।

अशोक पंडित का यह बयान तब आया जब हाल ही में तुर्की और अजरबैजान ने ऐसे बयान जारी किए, जिनमें उन्होंने पाकिस्तान का समर्थन किया और भारत के आतंकवादियों के ठिकानों पर किए गए एयर स्ट्राइक की आलोचना की।

आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में अशोक पंडित ने कहा, ''तुर्की और अजरबैजान जैसे देशों का पाकिस्तान का समर्थन करना निराशाजनक है। भारत हमेशा तुर्की के साथ खड़ा रहा है, खासकर मुश्किल समय में। कोविड महामारी के दौरान भारत ने तुर्की को दवाइयां, इंजेक्शन और वैक्सीन भेजकर उसकी मदद की थी। भारत ने लगातार तुर्की का समर्थन किया, लेकिन तुर्की ने ऐसे तनावपूर्ण समय में पाकिस्तान का साथ दिया। देशभर में पाकिस्तान का बहिष्कार पहले से ही हो रहा है। मेरा मानना है कि पाकिस्तान की आर्थिक कमर तोड़ना जरूरी है, ताकि आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को सख्त संदेश दिया जा सके।''

उन्होंने आगे कहा, ''पाकिस्तान एक असफल देश है, जिसे अब दुनिया भी मानने लगी है। ऐसे में जो देश पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं, वे परोक्ष रूप से आतंकवाद और हिंसा का समर्थन कर रहे हैं।''

अशोक पंडित का मानना है कि भारत की फिल्म इंडस्ट्री को ऐसे देशों से कोई संबंध नहीं रखना चाहिए जो भारत के खिलाफ और आतंक के साथ खड़े हों।

उन्होंने कहा, "हमारे देश का हर फिल्म निर्माता राष्ट्रवादी है। विचारों में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन ऐसा कोई निर्माता, निर्देशक या अभिनेता नहीं है जो इस देश से प्यार न करता हो। जब राष्ट्र की बात आती है, तो कोई भी समझौता नहीं करता है। हमारी फिल्म इंडस्ट्री हमेशा देश के साथ खड़ी रही है। कई राष्ट्रवादी फिल्मों ने हमारे सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि दी है। कई फिल्म निर्माताओं ने युद्ध पर आधारित फिल्में बनाई हैं जो हमारे सैनिकों की बहादुरी का जश्न मनाती हैं।"

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Created On :   14 May 2025 12:53 PM IST

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