बांग्लादेश डेंगू से 3 और मौतें, 2025 में मृतकों की संख्या 198 पहुंची

ढाका, 30 सितंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश में डेंगू से मंगलवार सुबह तक पिछले 24 घंटे में तीन और लोगों की मौत हो गई, जिससे इस बीमारी से 2025 में मरने वालों की संख्या 198 हो गई है।
इस दौरान, (24 घंटे में) 556 और मरीजों को वायरल फीवर के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिससे इस साल संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 47,342 हो गई। यह जानकारी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज (डीजीएचएस) ने दी, जिसे यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश (यूएनबी) ने प्रकाशित किया।
डीजीएचएस के अनुसार, नए मामले इस प्रकार दर्ज किए गए: बारीशाल डिवीजन में 137, ढाका साउथ सिटी कॉर्पोरेशन में 113, ढाका नॉर्थ सिटी कॉर्पोरेशन में 101, ढाका डिवीजन में 79, चट्टोग्राम डिवीजन में 70, माइमेनसिंह डिवीजन में 28, राजशाही डिवीजन में 25 और सिलीहट डिवीजन में 3। मरीज सामने आए।
पिछले साल 2024 में बांग्लादेश में डेंगू से 575 लोग मरे थे। 2023 में डेंगू से 1,705 मौतें हुई थीं, जो अब तक का सबसे घातक साल था। उसी वर्ष कुल 3,21,179 डेंगू के मामले सामने आए और 3,18,749 मरीजों के ठीक होने की पुष्टि हुई थी।
पिछले सप्ताह, ढाका नॉर्थ सिटी कॉर्पोरेशन (डीएनसीसी) ने डेंगू डैशबोर्ड लॉन्च किया, जो शहर के अधिकारियों को वास्तविक समय में डेंगू की स्थिति पर नजर रखने और शीघ्र कार्रवाई करने में मदद करेगा। यह डैशबोर्ड डीएनसीसी इनोवेशन लैब और यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) के सहयोग से विकसित किया गया है।
डीएनसीसी के प्रशासक मोहम्मद आज़ाज़ ने कहा, "डेंगू वॉच डैशबोर्ड सिर्फ एक उपकरण नहीं है। यह डीएनसीसी को एक डिजिटल, पारदर्शी और जवाबदेह संस्थान बनाने की दिशा में एक कदम है। नवाचार का उपयोग करके हम स्वास्थ्य, पर्यावरण और प्रशासन को जोड़कर एक स्मार्ट और स्वस्थ ढाका बना सकते हैं।"
यूएनडीपी के बांग्लादेश के रेजिडेंट रिप्रेजेंटेटिव स्टेफन लिलर ने कहा, "डीएनसीसी के नवाचार प्रयासों का समर्थन करना हमारे लिए गर्व की बात है। डीएनसीसी और यूएनडीपी द्वारा 2025 में स्थापित इनोवेशन लैब स्मार्ट, नागरिक-केंद्रित और स्केलेबल शहरी समाधानों के लिए एक केंद्र बनने की दिशा में काम कर रही है। डेंगू वॉच डैशबोर्ड इसका ताजा उदाहरण है, जो दिखाता है कि जब स्थानीय नेतृत्व, डेटा और नवाचार साथ आते हैं तो क्या संभव है।"
इस उपकरण का प्रदर्शन मुख्य भाषण सत्र में किया गया और इसके बाद डीजीएचएस और अन्य साझेदारों के साथ पैनल चर्चा हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय, शहर निगम, विकास साझेदारों और स्टार्ट-अप्स के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रेस रिलीज के अनुसार, प्रतिभागियों ने माना कि मच्छरजनित बीमारियों से लड़ने के लिए मजबूत साझेदारी, वास्तविक समय के डेटा और भविष्य-दृष्टि वाले शहरी स्वास्थ्य दृष्टिकोण की जरूरत है।
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Created On :   30 Sept 2025 6:47 PM IST