रक्षा: 26 देशों के 38 अधिकारियों सहित 480 छात्र हासिल करेंगे युद्ध दर्शन की गहरी समझ
नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में 80वां स्टाफ कोर्स शुरू किया गया है। इसके जरिए 26 मित्र देशों के 38 अधिकारियों सहित 480 छात्र युद्ध दर्शन की गहरी समझ प्राप्त करेंगे। यह कोर्स भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के मिड-करियर अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए सोमवार तीन जून को शुरू किया गया।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि यह पाठ्यक्रम इन अधिकारियों को थिएटर कमांड के आगामी युग में नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाएगा। यह कोर्स इन अधिकारियों को कुशल स्टाफ अधिकारी और भावी सैन्य लीडर में सहयोगी है। साथ ही साथ एकीकृत त्रि-सेवा सेवा में प्रभावी ढंग से काम करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से भी युक्त है।
इस पाठ्यक्रम के दौरान मित्र देशों के छात्र व अन्य अधिकारी 45 सप्ताह से अधिक की अवधि के दौरान प्रत्येक सेवा के कामकाज के साथ-साथ सामरिक और परिचालन स्तर पर युद्ध दर्शन की गहरी समझ भी प्राप्त करेंगे।
इस मौके पर अपने संबोधन में लेफ्टिनेंट जनरल वीरेंद्र वत्स, कमांडेंट डीएसएससी ने युद्ध की गतिशील प्रकृति और चरित्र, वीयूसीए विश्व की विशेषताओं के बारे में बताया। इसके साथ-साथ इस बारे में भी प्रकाश डाला कि डीएसएससी द्वारा छात्र अधिकारियों को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए कैसे सशक्त बनाया जाएगा।
उन्होंने सेना, नौसेना और वायु सेना के बीच समन्वय और एकीकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए आधुनिक युद्ध में सहज सहयोग को सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक सेवा की विशिष्ट क्षमताओं को समझने के महत्व पर जोर दिया।
कमांडेंट ने छात्र अधिकारियों के लिए उभरती हुई प्रौद्योगिकियों और भारत के सैन्य और सुरक्षा परिदृश्य पर प्रभाव डालने वाले भू-राजनीतिक मुद्दों की मजबूत समझ विकसित करने की जरूरत पर भी प्रकाश डाला। यह जागरूकता अधिकारियों को उचित निर्णय लेने और सैन्य रणनीतियों में प्रभावी रूप से योगदान देने में सक्षम बनाएगी।
अपनी तरह की इस प्रथम पहल में 80वें स्टाफ कोर्स ने भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और मित्र देशों के चुनिंदा छात्र अधिकारियों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया पाठ्यक्रम भी शुरू किया है। यह पाठ्यक्रम करियर के शुरुआती चरण में अंतर-सेवा समझ और सहयोग पर ध्यान केंद्रित करेगा।
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Created On :   4 Jun 2024 12:07 AM IST