अंतरराष्ट्रीय: अंगोला के राष्ट्रपति आधिकारिक राजकीय यात्रा पर पहुंचे नई दिल्ली, राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात

नई दिल्ली, 2 मई (आईएएनएस)। अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे। यह 38 वर्षों में अंगोला के किसी राष्ट्रपति की पहली आधिकारिक राजकीय यात्रा है।
चार दिवसीय इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच कूटनीतिक, आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देना है।
हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति लौरेंको का विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने गर्मजोशी से स्वागत किया। उनके साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है जिसमें कई मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और प्रमुख व्यापारिक घरानों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स को लिखा, "अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको का राजकीय दौरे पर नई दिल्ली पहुंचने पर हार्दिक स्वागत है। राष्ट्रपति के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है, जिसमें कई मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारिक घराने शामिल हैं। आगमन पर राष्ट्रपति का विशेष स्वागत किया गया और राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया।"
मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर स्वागत संदेश साझा करते हुए कहा, "भारत की राजकीय यात्रा पर आए अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है।"
यह महत्वपूर्ण यात्रा भारत और अंगोला के बीच राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह 1986 के बाद से अंगोला के किसी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है।
राष्ट्रपति लौरेंको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ अलग-अलग बैठकें करेंगे। 3 मई को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में उनका औपचारिक स्वागत किया जाएगा, उसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी। वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा भी करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "यात्रा के दौरान कई समझौता ज्ञापनों और समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा मिलेगा।"
4 मई को राष्ट्रपति लौरेंको नई दिल्ली में एक व्यावसायिक कार्यक्रम में भाग लेंगे, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देना है। इस कार्यक्रम में तेल, गैस, बुनियादी ढांचे, कृषि और खनन जैसे क्षेत्रों के प्रमुख हितधारकों के एक साथ आने की उम्मीद है।
--आईएएनएस
एमके/
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   2 May 2025 1:32 PM IST