मानवीय रुचि: बेल्जियम ऑडी फैक्ट्री बंद होने के खिलाफ सड़कों पर उतरे हजारों लोग

बेल्जियम ऑडी फैक्ट्री बंद होने के खिलाफ सड़कों पर उतरे हजारों लोग
बेल्जियम में एक ऑडी फैक्ट्री के बंद का होने मुद्दा बड़ा बनता जा रहा है। राजधानी ब्रुसेल्स में हजारों लोगों ने ऑडी फैक्ट्री के श्रमिकों के साथ एकजुटता दिखाते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी इंडस्ट्रियल जॉब्स को बनाए रखने के लिए सपोर्ट प्लान की मांग कर रहे थे।

ब्रुसेल्स, 17 सितंबर (आईएएनएस)। बेल्जियम में एक ऑडी फैक्ट्री के बंद का होने मुद्दा बड़ा बनता जा रहा है। राजधानी ब्रुसेल्स में हजारों लोगों ने ऑडी फैक्ट्री के श्रमिकों के साथ एकजुटता दिखाते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी इंडस्ट्रियल जॉब्स को बनाए रखने के लिए सपोर्ट प्लान की मांग कर रहे थे।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने पुलिस के हवाले से बताया कि सोमवार को 5,500 लोग बेल्जियम की राजधानी में सड़कों पर उतरे।

ऑडी ने फोरेस्ट में अपनी फैक्ट्री बंद कर दी। यह ब्रुसेल्स के उन इलाकों में से एक है जहां लगभग 3,000 लोग काम करते हैं। स्थानीय यूनियनों ने ऑडी कर्मचारियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए हड़ताल का आह्वान किया।

क्रिश्चियन ट्रेड यूनियन परिसंघ (सीएससी) की महासचिव मैरी-हेलेन स्का ने कहा, "इसका अर्थ है कि 3,000 परिवार सीधे तौर पर पीछे छूट गए, साथ ही सभी उप-ठेकेदार, सह-ठेकेदार भी।"

उन्होंने कहा, "हमने नेताओं से इस बारे में कुछ भी नहीं सुना, जैसे इन 3,000 परिवारों और सभी उप ठेकेदारों के भाग्य में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है।"

सीएससी को अन्य यूनियनों जैसे- जनरल लेबर फेडरेशन ऑफ बेल्जियम (एफजीटीबी) और जनरल कन्फेडरेशन ऑफ लिबरल ट्रेड यूनियंस ऑफ बेल्जियम (सीजीएसएलबी) का भी समर्थन मिला।

एफजीटीबी ने क्वालिटी इंडस्ट्रियल जॉब्स और इन्वेस्टमेंट्स की रक्षा के लिए एक मजबूत इंडस्ट्रियल प्लान की मांग की।

सीजीएसएलबी के गर्ट ट्रूएन्स ने कहा, "यूरोपीय संघ के पास हमारे बाजार के लिए कोई स्पष्ट दृष्टिकोण नहीं है।"

उन्होंने कहा, "अमेरिका और चीन अपने उद्योगों में बड़े पैमाने पर निवेश करके हमसे अधिक मार्केट शेयर हासिल कर रहे हैं। इस बीच, हम इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अनुदान के बारे में बहस कर रहे हैं, जबकि हमारी इडंस्ट्री की नींव दरक रही है।"

एक खुले पत्र में नियोक्ताओं ने चेतावनी दी कि हड़ताल से हजारों यूरो का नुकसान होगा, उन्होंने स्थिरता और सहयोग की मांग की। नियोक्ताओं ने नेताओं से भी अपील की कि वे देश में उद्योगों के अस्तित्व को अपनी सूची में सबसे ऊपर रखें।

-आईएएनएस

एमके/जीकेटी

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Created On :   17 Sept 2024 8:27 PM IST

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