पर्यावरण: कंबोडिया में इस साल फिशिंग के दौरान तीसरी दुर्लभ मेकांग इरावदी डॉल्फिन की मौत

कंबोडिया में इस साल फिशिंग के दौरान तीसरी दुर्लभ मेकांग इरावदी डॉल्फिन की मौत
कंबोडिया के कृषि, वानिकी और मत्स्य पालन मंत्रालय ने शनिवार को एक समाचार विज्ञप्ति में कहा कि पूर्वोत्तर कंबोडिया में एक मछुआरे के अवैध नेट में फंसने के बाद एक दुर्लभ मेकांग इरावदी डॉल्फिन की मौत हो गई।

नोम पेन्ह, 17 अगस्त (आईएएनएस)। कंबोडिया के कृषि, वानिकी और मत्स्य पालन मंत्रालय ने शनिवार को एक समाचार विज्ञप्ति में कहा कि पूर्वोत्तर कंबोडिया में एक मछुआरे के अवैध नेट में फंसने के बाद एक दुर्लभ मेकांग इरावदी डॉल्फिन की मौत हो गई।

2.1 मीटर लंबी मादा डॉल्फिन का वजन 108 किलोग्राम था। उसे शुक्रवार को क्रेटी प्रांत के प्रीएक प्रसाब जिले में कंपी डॉल्फिन पूल के पास मृत देखा गया। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने समाचार विज्ञप्ति का हवाला देते हुए बताया कि डॉल्फिन की उम्र आठ से 10 साल के बीच थी।

समाचार विज्ञप्ति में कहा गया है, "कृषि, वानिकी और मत्स्य पालन मंत्रालय इस किशोर डॉल्फिन की मौत को कंबोडिया और दुनिया के एक अनमोल प्राकृतिक खजाने की हानि मानता है।"

इसमें कहा गया है, "मंत्रालय ने मछुआरों से डॉल्फिन-संरक्षित क्षेत्र में गिलनेट और इलेक्ट्रिक-फिशिंग का उपयोग तुरंत बंद करने का आह्वान किया है।"

मंत्रालय लोगों को इस बात के लिए भी प्रोत्साहित करता है कि अगर वे किसी मछुआरे को डॉल्फिन संरक्षण क्षेत्र में अवैध मछली पकड़ते देखे जाते हैं, तो स्थानीय अधिकारियों को रिपोर्ट करें।

मेकांग इरावदी डॉल्फिन को 2004 से अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ की संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची में लुप्तप्राय के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

यह अनुमान लगाया गया है कि पूर्वोत्तर स्टुंग ट्रेंग और क्रेटी प्रांतों में मेकांग नदी के 180 किलोमीटर के मुख्य चैनल के किनारे लगभग 105 इरावदी डॉल्फिन रहते हैं।

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Created On :   17 Aug 2024 1:20 PM IST

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