कफ सिरप त्रासदी डॉक्टर प्रवीण सोनी को 3 दिन की पुलिस रिमांड

कफ सिरप त्रासदी डॉक्टर प्रवीण सोनी को 3 दिन की पुलिस रिमांड
कफ सिरप त्रासदी की जांच कर रही मध्य प्रदेश पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने गुरुवार को मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक प्रवीण सोनी को तीन दिनों के लिए हिरासत में ले लिया। एसआईटी गुरुवार को छिंदवाड़ा जेल पहुंची और कुछ ही मिनट बाद सोनी को लेकर वापस लौट गई।

छिंदवाड़ा, 13 नवंबर (आईएएनएस)। कफ सिरप त्रासदी की जांच कर रही मध्य प्रदेश पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने गुरुवार को मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक प्रवीण सोनी को तीन दिनों के लिए हिरासत में ले लिया। एसआईटी गुरुवार को छिंदवाड़ा जेल पहुंची और कुछ ही मिनट बाद सोनी को लेकर वापस लौट गई।

पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि सोनी को छिंदवाड़ा जिले के परासिया पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उनसे तीन दिनों तक पूछताछ की जाएगी।

पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया कि यह घटनाक्रम चल रही जांच का हिस्सा है। एसआईटी ने कुछ दिन पहले सोनी की हिरासत के लिए छिंदवाड़ा जेल में आवेदन दिया था।

वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ सोनी ने मिलावटी कफ सिरप की सिफारिश की थी, जिसके कारण छिंदवाड़ा और आसपास के जिलों में कथित तौर पर 25 बच्चों की मौत हो गई थी। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद उन्हें 5 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी के बाद से वह छिंदवाड़ा जेल में बंद हैं।

हाल ही में एसआईटी ने प्रवीण सोनी की पत्नी ज्योति सोनी को भी गिरफ्तार किया था, जो छिंदवाड़ा के परासिया ब्लॉक में प्रवीण सोनी के निजी अस्पताल की फार्मेसी की मालकिन हैं, जहां अधिकांश बच्चों को कोल्ड्रिफ सिरप दिया जाता था।

मध्य प्रदेश पुलिस ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तमिलनाडु स्थित सिरप निर्माता श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के मालिक जी रंगनाथन और मध्य प्रदेश में दवा की आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े विभिन्न लोग शामिल हैं।

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, पांढुर्णा और बैतूल जिलों के 26 बच्चों की, जिनमें से अधिकतर पांच वर्ष से कम उम्र के थे, कोल्ड्रिफ कफ सिरप दिए जाने के बाद गुर्दे खराब होने के कारण मृत्यु हो गई।

इसी तरह, पड़ोसी राज्य राजस्थान में कफ सिरप पीने से कम से कम तीन बच्चों की मौत हो गई।

इस त्रासदी के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में पहचाने गए तीन कफ सिरप के खिलाफ चेतावनी जारी की।

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किए गए परीक्षणों से पुष्टि हुई कि कोल्ड्रिफ में 48.6 प्रतिशत डायएथिलीन ग्लाइकॉल, एक विषैला रसायन, पाया गया, जो 0.1 प्रतिशत की स्वीकार्य सीमा से कहीं अधिक था।

बच्चों की मौत के बाद, इस सिरप को तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पुडुचेरी, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में प्रतिबंधित कर दिया गया।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   13 Nov 2025 11:22 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story