लोकसभा चुनाव 2024: बंगाल में कांग्रेस-वाम मोर्चा की दोस्ती कायम रखने के लिए सीपीआई (एम) का लचीला रुख

बंगाल में कांग्रेस-वाम मोर्चा की दोस्ती कायम रखने के लिए सीपीआई (एम) का लचीला रुख
पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चे के अगुवा के रूप में सीपीआई (एम) ने कांग्रेस और कनिष्ठ सहयोगियों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए और अधिक लचीला रुख अपनाने का फैसला किया है।

कोलकाता, 11 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चे के अगुवा के रूप में सीपीआई (एम) ने कांग्रेस और कनिष्ठ सहयोगियों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए और अधिक लचीला रुख अपनाने का फैसला किया है।

समझौता फार्मूले के तहत सीपीआई (एम) नेतृत्व ने पूर्वी मिदनापुर जिले की कांथी लोकसभा सीट पर अपना दावा छोड़ने का फैसला किया है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा, इसकी जगह कांग्रेस से निकटवर्ती पश्चिम मिदनापुर जिले में घाटल निर्वाचन क्षेत्र पर दावा छोड़ने का अनुरोध किया गया है, जहां वाम मोर्चा सहयोगी सीपीआई ने पहले ही उम्मीदवार खड़ा कर रखा है।

”सीपीआई (एम) की एक केंद्रीय समिति के सदस्य ने कहा,“ बातचीत के बाद कांग्रेस नेतृत्व सैद्धांतिक रूप से हमारे प्रस्ताव पर सहमत हो गया है। इसका मतलब यह है कि पश्चिम बंगाल में एक भी निर्वाचन क्षेत्र ऐसा नहीं होगा, जहां कांग्रेस के उम्मीदवार सीपीआई (एम) के खिलाफ या दो अन्य वाम मोर्चा सहयोगियों सीपीआई और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।

अब कांग्रेस-वाम मोर्चा सीट-बंटवारे में एकमात्र बाधा वाम मोर्चे की एक अन्य सहयोगी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक है। फॉरवर्ड ब्लॉक ने राज्य की उन तीन लोकसभा सीटों में से किसी पर भी समझौता करने से इनकार कर दिया है, जहां वह पहले चुनाव लड़ती थी।

राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस नेता नेपाल महतो के समर्थन में पुरुलिया लोकसभा क्षेत्र से हटने की सीपीएम नेतृत्व की बार-बार अपील के बावजूद, फॉरवर्ड ब्लॉक ने वहां से अपना उम्मीदवार खड़ा कर रखा है।

दिलचस्प बात यह है कि अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के मामले में, वाम मोर्चा के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस द्वारा संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में किया गया था। इसमें मोर्चे के सभी सहयोगियों के नेता शामिल थे।

लेकिन पुरुलिया के मामले में, उम्मीदवार के नाम की घोषणा फॉरवर्ड ब्लॉक द्वारा स्वतंत्र रूप से की गई। इससे अन्य सहयोगी दल, विशेष रूप से सीपीआई (एम) नाराज है। उसने इस कदम को बोस जैसे वरिष्ठ नेता की उपेक्षा करार दिया है।

अब तक की स्थिति के अनुसार, फॉरवर्ड ब्लॉक कूच बिहार और पुरुलिया में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के अलावा कांग्रेस के खिलाफ भी मैदान में है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   11 April 2024 2:10 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story