संस्कृति: सीएसआईआर-एनबीआरआई ने की यूपी में इत्र प्रयोगशाला 'पारिजात' की स्थापना

सीएसआईआर-एनबीआरआई ने की यूपी में इत्र प्रयोगशाला पारिजात की स्थापना
सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एनबीआरआई) ने लखनऊ में अपने परिसर में 'पारिजात' प्रयोगशाला स्थापित की है। प्रयोगशाला पुष्प-आधारित उत्पादों को विकसित करने के लिए काम करेगी।

लखनऊ, 5 मार्च (आईएएनएस)। सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एनबीआरआई) ने लखनऊ में अपने परिसर में 'पारिजात' प्रयोगशाला स्थापित की है। प्रयोगशाला पुष्प-आधारित उत्पादों को विकसित करने के लिए काम करेगी।

संस्थान ने प्रयोगशाला में कमल के फूलों पर काम शुरू कर दिया है और कमल का इत्र और अन्य उत्पाद विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

धीरे-धीरे परफ्यूम इंडस्ट्री के अन्य लोकप्रिय फूलों जैसे चमेली, गुलाब और अन्य पर भी काम किया जाएगा।

“पारिजात लैब में एनबीआरआई वैज्ञानिक अनुसंधान करेंगे और प्राकृतिक सामग्रियों से बने इत्र के विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे। एनबीआरआई के निदेशक अजीत कुमार शासनी ने कहा, "कमल का फूल आधुनिक इत्र उद्योग में उपयोग की जाने वाली सबसे आकर्षक पुष्प सामग्री में से एक है।"

उन्होंने कहा कि कच्चे माल के उत्पादन से लेकर इसका उपयोग इत्र बनाने तक किया जाएगा। बीच के सभी शोध कार्य प्रयोगशाला में किए जाएंगे। साथ ही, प्रयोगशाला फूलों की खेती मिशन के तहत राज्य में किसानों द्वारा उगाए जा रहे बचे हुए फूलों का उपयोग करेगी।

उन्होंने कहा, "धीरे-धीरे हम उन निजी लोगों को भी शामिल करेंगे, जो विभिन्न प्रकार के प्रकृति-आधारित इत्रों के अनुसंधान और उत्पादन में रुचि रखते हैं।"

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Created On :   5 March 2024 5:04 PM IST

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