राष्ट्रीय: ईडी ने आय से अधिक संपत्ति मामले में हिमांशु किशोर और सौरव कुमार के खिलाफ जांच की तेज

ईडी ने आय से अधिक संपत्ति मामले में हिमांशु किशोर और सौरव कुमार के खिलाफ जांच की तेज
प्रवर्तन निदेशालय ने हिमांशु किशोर भाई त्रिवेदी और सौरव कुमार के खिलाफ धनशोधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पटना की पीएमएलए अदालत ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया था।

नई दिल्ली, 15 फरवरी (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय ने हिमांशु किशोर भाई त्रिवेदी और सौरव कुमार के खिलाफ धनशोधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पटना की पीएमएलए अदालत ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया था।

गांधी मैदान पुलिस स्टेशन की तरफ से इस मामले में दर्ज एफआईआर के बाद ईडी द्वारा इसकी जांच शुरू की गई। आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।

इसके बाद उक्त मामले में आरोपपत्र भी दाखिल किया गया, जिसमें आरोप लगाया गया कि भूमि अधिग्रहण के लिए सक्षम प्राधिकारी (सीएएलए) सह जिला भूमि अधिग्रहण अधिकारी (डीएलएओ) द्वारा 31.93 करोड़ के विसंगति पूर्ण लेन-देन किए गए।

यही नहीं विभिन्न प्रकार की सेल कंपनियों के जरिए फंड की हेराफेरी की गई, मामले को संज्ञान में लेने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और बाद में ईडी ने कार्रवाई का सिलसिला शुरू किया। ईडी ने अपनी जांच में विसंगतिपूर्ण लेन-देन के मामले में तीन लोगों सुमित कुमार, शशिकांत कुमार और मनु सिंह को चिन्हित किया गया।

इस मामले में ईडी की जांच के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ईडी की जांच से पता चला कि कुल 31.93 करोड़ रुपये (लगभग) में से 8.77 करोड़ रुपये की धनराशि हिमांशु किशोर भाई त्रिवेदी के बैंक खाते के माध्यम से निकाली गई थी। इसके बाद ईडी ने उन्हें 13 दिसंबर 2023 को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।

ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि 31.93 करोड़ के विसंगतिपूर्ण लेन-देन में से 5.34 करोड़ रुपए दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया गया था। जांच में सामने आया है कि आरोपियों के साथ मिलकर रकम की हेराफेरी को अंजाम दिया गया।

बीते दिनों ईडी ने मेसर्स मोहन अलंकार ज्वैलर्स एंड कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जहां से 1.38 करोड़ की संपत्ति, जिसमें से 11 लाख 51,000 कैश और 1.26 करोड़ रुपए की ज्वेलरी, बरामद की गई थी। वहीं, 2 जनवरी 2024 को सौरव कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। फिलहाल, ईडी की जांच जारी है।

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Created On :   16 Feb 2024 10:30 AM IST

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