बाजार: गैस रिसाव की रोकथाम के लिए जोसलर हाइड्रोकार्बन ने एमएनजीएल के साथ किया ऐतिहासिक समझौता

गैस रिसाव की रोकथाम के लिए जोसलर हाइड्रोकार्बन ने एमएनजीएल के साथ किया ऐतिहासिक समझौता
पर्यावरण संरक्षण और सार्वजनिक सुरक्षा की द‍िशा में एक दूरदर्शी कदम उठाते हुए गैस रिसाव का पता लगाने वाली अहमदाबाद स्थित एक प्रमुख कंपनी जोसलर हाइड्रोकार्बन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपने यूएस स्थित तकनीकी भागीदार हीथ को एमएनजीएल के साथ अभूतपूर्व समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। पर्यावरण संरक्षण और सार्वजनिक सुरक्षा की द‍िशा में एक दूरदर्शी कदम उठाते हुए गैस रिसाव का पता लगाने वाली अहमदाबाद स्थित एक प्रमुख कंपनी जोसलर हाइड्रोकार्बन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपने यूएस स्थित तकनीकी भागीदार हीथ को एमएनजीएल के साथ अभूतपूर्व समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

गौरतलब है कि जोस्लर हाइड्रोकार्बन सभी प्रतिष्ठित भारतीय कंपनियों के लिए लीक उपकरणों और सेवाओं को साबित करने में ह्यूस्टन स्थित कंपनी हीथ के साथ 10 वर्षों से अधिक समय से भागीदार रहा है।

2019 के बाद से, जब जोसलर ने गैस रिसाव का पता लगाने के क्षेत्र में प्रवेश किया, उसने पूरे भारत में अग्रणी सिटी गैस वितरण कंपनियों के लिए 13 हजार किलोमीटर से अधिक गैस पाइपलाइनों का सर्वेक्षण कर महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किए हैं।

हीथ की उन्नत कार्यप्रणाली में प्रशिक्षित और परिष्कृत उपकरणों का उपयोग करने वाली टीमों द्वारा किए गए इन सर्वेक्षणों ने मीथेन उत्सर्जन को काफी हद तक कम करके और बेहिसाब गैस से होने वाले वित्तीय नुकसान पर अंकुश लगाकर भारत के सिटी गैस वितरण (सीजीडी) पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा, पर्यावरणीय प्रभाव और वित्तीय अखंडता में उल्लेखनीय सुधार किया है।

यह समझौता ज्ञापन अप्रैल 2021 में जलवायु पर नेताओं के शिखर सम्मेलन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा घोषित ऊर्जा सहयोग के एक महत्वपूर्ण पहलू का प्रतिनिधित्व करता है। यह यूएस-भारत कम उत्सर्जन गैस टास्क फोर्स (एलईजीटी) के तहत संचालित होता है।

एमओयू पर हस्ताक्षर के मौके पर जोसलर के निदेशक, नील मेहता ने बताया कि यह समझौता एमएनजीएल, हीथ और जोसलर को संयुक्त रूप से मिथेन उत्सर्जन को कम करने, भूमिगत उपयोगिताओं को नुकसान रोकने, अपशिष्ट गर्मी को पुनर्प्राप्त करने, भूमिगत गैस का सटीक पता लगाने और समग्र सार्वजनिक सुरक्षा को बढ़ानेे के अवसरों का पता लगाने के लिए नियुक्त करता है।

इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर पर विचार करते हुए, जोसलर के अध्यक्ष सुधांशु मेहता ने जोर देकर कहा, "यह समझौता ज्ञापन 'भारतीय आसमान को सुरक्षित और स्वच्छ रखने' के लिए जोसलर की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह पर्यावरण संरक्षण और जनता को प्राथमिकता देने वाले ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी नवीन दृष्टिकोणों के प्रति हमारे अटूट समर्पण को रेखांकित करता है।"

जोस्लर हाइड्रोकार्बन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड एक विविध समूह है जो तेल और गैस, आईटी और आईटीईएस, पेरीमीटर इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम, सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन सॉल्यूशंस, टेलीकॉम, स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट के लिए सॉल्यूशंस, एन्क्रिप्टेड सिक्योर कम्युनिकेशन में काम करता है, जो ग्राहकों की व्यापक जरूरतों को पूरा करता है।

जोस्लर ने वर्ष 2008 में सरकार के एनईएलपी-सात दौर में बोली लगाने के लिए अन्वेषण ब्लॉकों के मूल्यांकन के साथ पश्चिमी भारत की तेल राजधानी, गुजरात के अहमदाबाद में आधार के साथ अपनी गतिविधियाँ शुरू कीं। भारत की। यह यात्रा एनईएलपी-आठ और एनईएलपी-नौ में संभावित अन्वेषण ब्लॉकों के मूल्यांकन के साथ वर्ष 2009 और 2010 तक जारी रही।

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Created On :   9 Feb 2024 2:26 PM IST

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