राष्ट्रीय: किसान को बेंगलुरू मेट्रो में चढ़ने से रोकने पर सिक्योरिटी सुपरवाइजर बर्खास्त, जाँच का आश्वासन

किसान को बेंगलुरू मेट्रो में चढ़ने से रोकने पर सिक्योरिटी सुपरवाइजर बर्खास्त, जाँच का आश्वासन
बेंगलुरु मेट्रो ने फटे-पुराने कपड़े पहनकर आने वाले एक किसान को चढ़ने से रोकने के मामले में सिक्योरिटी सुपरवाइजर को बर्खास्त कर दिया है। इस मामले को लेकर बीएमआरसीएल कर्मचारियों के प्रति लोगों में काफी गुस्सा था।

बेंगलुरु, 26 फरवरी (आईएएनएस)। बेंगलुरु मेट्रो ने फटे-पुराने कपड़े पहनकर आने वाले एक किसान को चढ़ने से रोकने के मामले में सिक्योरिटी सुपरवाइजर को बर्खास्त कर दिया है। इस मामले को लेकर बीएमआरसीएल कर्मचारियों के प्रति लोगों में काफी गुस्सा था।

वायरल वीडियो में दिख रहा है कि मेट्रो रेल में चढ़ने की कोशिश कर रहा किसान फटे-पुराने कपड़े पहने हुए था और उसके सर पर एक थैला रखा हुआ था।

बीएमआरसीएल के एमडी एम. महेश्वर राव ने बर्खास्तगी का आदेश जारी करते हुए जांच का आश्वासन भी दिया।

बीएमआरसीएल ने सोशल मीडिया पर कहा, ''नम्मा मेट्रो एक सार्वजनिक परिवहन है। राजाजीनगर में हुई घटना की जांच की जा रही है। वहीं सिक्योरिटी सुपरवाइजर को बर्खास्त कर दिया है। बीएमआरसीएल को यात्री को हुई असुविधा के लिए खेद है।''

टिकट खरीदने के बाद भी किसान को ट्रेन में चढ़ने की इजाजत नहीं मिलने पर एक यात्री कार्तिक सी. ऐरानी ने अधिकारियों से सवाल किया था। उन्होंने इसको लेकर सिक्योरिटी सुपरवाइजर से जमकर बहस की थी। लेकिन सिक्योरिटी ने जवाब में कहा कि अगर किसान को अंदर जाने दिया तो अन्य यात्री परेशान होंगे।

एक सोशल मीडिया यूजर दीपक एन. ने कहा, "अविश्वसनीय.. क्या मेट्रो सिर्फ वीआईपी लोगों के लिए है? क्या मेट्रो का उपयोग करने के लिए कोई ड्रेस कोड है? मैं कार्तिक सी. ऐरानी के कार्यों की सराहना करता हूं, जिन्होंने राजाजीनगर मेट्रो स्टेशन पर एक किसान के अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी। हमें हर जगह ऐसे नायकों की जरूरत है। बीएमआरसीएल अपने अधिकारियों को ठीक से प्रशिक्षित करें।"

कई संदेशों में बीएमआरसीएल से एक किसान का अपमान करने वाले कर्मचारी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की गई।

सामाजिक कार्यकर्ता बृंदा अदिगे ने कहा, “नम्मा मेट्रो के कर्मचारियों को नागरिक को परेशान करने, उनके साथ भेदभाव करने के लिए दंडित किया जाना चाहिए। कर्मचारियों को शिक्षित करें, मेट्रो में जनता का पैसा है, उनके वेतन का भुगतान नागरिकों के पैसे से किया जाता है।''

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Created On :   26 Feb 2024 8:03 PM IST

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