हांगकांग त्रासदी 13 संदिग्ध गिरफ्तार, मृतकों की संख्या 150 के पार
हांगकांग, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। हांगकांग के ताइपो इलाके में वांग फुक कोर्ट परिसर में लगी भीषण आग में मरने वालों के संख्या बढ़कर 151 हो गई है। इसे शहर के इतिहास की सबसे भयावह त्रासदी माना जा रहा है। लापरवाही और सुरक्षा मानकों में चूक का जिम्मेदार मानते हुए 13 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से इसकी जानकारी दी है।
द स्टैंडर्ड डॉट एचके ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया कि सोमवार शाम 4 बजे तक (स्थानीय समयानुसार), करीब 30 लोग अब भी लापता हैं। तलाशी अभियान जारी है, और उम्मीद है कि वे अगले तीन हफ्तों में ऑपरेशन पूरा कर लेंगे।
अधिकारियों ने माना कि अग्निकांड की वजह फायर सेफ्टी नियमों का उल्लंघन रहा। 26 नवंबर को लगी इस आग में सात इमारतें जलकर खाक हो गई थीं। आग पर पूरी तरह से काबू पाने में तकरीबन दो दिन लगे थे।
हांगकांग फ्री प्रेस के मुताबिक हांगकांग के अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि इस हादसे में 151 लोगों की जान चली गई। अपनी जांच में हमने पाया कि मरम्मत का काम चल रहा था। इस दौरान इस्तेमाल किए गए मचान को ढकने वाली कुछ जालियां फायर-सेफ्टी कोड के हिसाब से नहीं थीं।
खिड़कियों को भी प्लास्टिक शीट से ढका गया था। मजदूरी विभाग ने बताया कि लोगों ने करीब एक साल से सुरक्षा की शिकायतें कर रखी थीं। जुलाई 2024 से 16 बार निरीक्षण हुए थे और ठेकेदार को कई बार लिखित चेतावनी दी गई थी; आखिरी निरीक्षण हादसे से सिर्फ एक हफ्ते पहले हुआ था।
मुख्य सचिव एरिक चैन ने सोमवार को कहा कि टेस्ट से यह स्पष्ट हो गया है कि वांग फुक कोर्ट से लिए गए सात जाल मानकों के अनुरूप नहीं थे और माना जा रहा है कि ठेकेदार ने जानबूझकर घटिया सामग्री के इस्तेमाल की बात निरीक्षक से छिपाई थी।
चान, जो ताई पो में लगी जानलेवा आग की जांच कर रहे वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन हैं, ने कहा कि जांच करने वालों ने पिछले कुछ दिनों में ताई पो में चार इमारतों से 20 सैंपल इकट्ठा किए थे।
उन्होंने कहा कि नेट को जानबूझकर ऐसी जगहों पर लगाया गया था जहां सिर्फ फायरफाइटर ही पहुंच सकते थे।
चान ने कहा, "जांच अधिकारियों ने पाया कि वांग ताई हाउस, वांग ताओ हाउस, वांग यान हाउस और वांग ची हाउस से लिए गए कुल सात सैंपल आग बुझाने वाले मानकों को पूरा नहीं करते थे। सैंपल ब्लॉक के ऊपरी, निचले और बीच के फ्लोर पर अलग-अलग जगहों से लिए गए थे।"
44 से 77 साल के तेरह लोगों को गैर-इरादतन हत्या के शक में गिरफ्तार किया गया है। आईसीएसी कमिश्नर डैनी वू ने कहा कि 13 में से 12 को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ संदिग्धों ने शुरू में बड़ी मात्रा में घटिया नेटिंग खरीदी और बाद में अच्छी क्वालिटी की जाली कम मात्रा में खरीदी थी।
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Created On :   1 Dec 2025 5:14 PM IST












