बॉलीवुड: आईएफएफएम प्रीमियर पर छाए हिंदी सिने जगत के बड़े नाम, 'माई मेलबर्न' से हुई शुरुआत

आईएफएफएम प्रीमियर पर छाए हिंदी सिने जगत के बड़े नाम, माई मेलबर्न से हुई शुरुआत
फिल्म मेकर इम्तियाज अली, कबीर खान, ओनिर और रीमा दास की एंथोलॉजी 'माई मेलबर्न' से इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न (आईएफएफएम) के 15वें एडिशन की शुरुआत हुई। इसमें कार्तिक आर्यन, राजकुमार हिरानी, ​​करण जौहर और मलाइका अरोड़ा जैसे नाम शामिल है।

मुंबई, 16 अगस्त (आईएएनएस)। फिल्म मेकर इम्तियाज अली, कबीर खान, ओनिर और रीमा दास की एंथोलॉजी 'माई मेलबर्न' से इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न (आईएफएफएम) के 15वें एडिशन की शुरुआत हुई। इसमें कार्तिक आर्यन, राजकुमार हिरानी, ​​करण जौहर और मलाइका अरोड़ा जैसे नाम शामिल है।

बता दें कि 'माई मेलबर्न' नस्ल, लिंग, कामुकता और दिव्यांगता जैसे विषयों को उजागर करती है।

इम्तियाज ने कहा, ''इस फिल्म ने मुझे बहुत कुछ सिखाया। ऐसा लगा जैसे मैं स्कूल वापस जा रहा हूं और हर दिन कुछ नया सीख रहा हूं। इस प्रोजेक्ट पर सभी के साथ काम करना और सहयोग करना बहुत बड़ा सम्मान था।''

कबीर खान ने कहा, ''मैं हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की तरफ से धन्यवाद देना चाहता हूं। हमें इस फिल्म में टैलेंटेड कलाकारों और क्रू मेंबर्स के साथ काम करने का मौका मिला। यह मेरे लिए एक नया एक्सपीरियंस था और इस फिल्म के सेट पर सीखने को बहुत कुछ मिला।"

''हमें मेलबर्न में रहने वाले लोगों की कहानियों से प्रेरणा मिली और मेरे लिए सेतारा से मिलना और सेल्युलाइड पर उनकी कहानी बताना एक सम्मान की बात थी।''

फेस्टिवल डायरेक्टर मिटू भौमिक लांगे ने फिल्म मेकर्स और अन्य विक्टोरियन प्रतिनिधियों के साथ मिलकर समारोह का उद्घाटन किया।

समारोह की शुरुआत भारतीयों के पारंपरिक अंदाज में दीप जलाकर की गई।

ओपनिंग फिल्म के बारे में बात करते हुए, लांगे ने कहा, "इस साल की ओपनिंग नाइट फिल्म 'माई मेलबर्न' इंडियन फिल्म फेस्टिवल की विविधता, समावेशिता और सीमाओं से परे कहानी कहने की कला का सार पूरी तरह से प्रस्तुत करती है।''

''इस समय कंटेंट बनाने के लिए कोई बड़ी पाबंदी नहीं है, जिससे हमें 5 भाषाओं में फिल्म बनाने का मौका मिला। ये सभी बहुत महत्वपूर्ण कहानियां हैं जिन्हें हमारे निर्देशकों ने सावधानी से चुना है।"

"मेलबर्न की जीवंत संस्कृति को उजागर करने वाले इस यूनिक प्रोजेक्ट में इम्तियाज अली, कबीर खान, रीमा दास और ओनिर जैसे फिल्म मेकर्स का योगदान होना सम्मान की बात है।"

एंथ्रोलॉजी शॉर्ट फिल्मों का संकलन होता है। इनमें हर एक छोटी फिल्म अपने आप में पूर्ण होती है। जिसमें किरदार एक दूसरे से जुड़े नहीं होते फिर भी एक ही विषय या लेखक द्वारा एक सूत्र में बंधे से लगते हैं।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   16 Aug 2024 1:35 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story