राजनीति: भाजपा के 10 साल के शासनकाल में महंगाई व भुखमरी बढ़ी सौरभ भारद्वाज

भाजपा के 10 साल के शासनकाल में महंगाई व भुखमरी बढ़ी  सौरभ भारद्वाज

नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस) आम आदमी पार्टी के नेता सौरव भारद्वाज ने 10 वर्षों में देश में महंगाई और भुखमरी बढ़ने पर सवाल उठाए हैं।

सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा है कि 2014 में भाजपा ने नारा दिया था कि "बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार"। सौरव भारद्वाज ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मार्च 2024 में खाद्य पदार्थों में महंगाई 8.5 प्रतिशत थी और भुखमरी के इंडेक्स में भारत 125 देशों में 99 नंबर पर था। अब भारत इस इंडेक्स में और नीचे जाते हुए 111वें स्थान पर पहुंच गया है।

सौरभ भारद्वाज में 10 साल के आमदनी और महंगाई के आंकड़ों को पेश करते हुए बताया है कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कमाई और महंगाई के आंकड़े अलग-अलग हैं। उन्होंने बताया कि 2011- 12 में ग्रामीण इलाको में प्रति व्यक्ति खर्च 1430 रुपए था, वह 2022- 23 में बढ़कर 3773 रुपए हो गया। इसी प्रकार शहरी इलाकों में 2630 से बढ़ कर 6459 रुपए हो गया। इसका मतलब है कि प्रति व्यक्ति खर्च करीब 2.5 गुना बढ़ गया। आमदनी की बात की जाए, तो शहरी और ग्रामीण इलाके को मिलाकर प्रति व्यक्ति आय 5050 से 8197 रुपए हुआ। इसमें महज 1.6 गुना बढोतरी हुई।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ढाई गुना खर्च के मुकाबले कमाई सिर्फ डेढ़ गुना बढ़ी। ऐसे में देश में लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं। इसीलिए प्रधानमंत्री को लोगों को 5 किलो राशन बांटना पड़ रहा है। सरकार को यह सब इसलिए करना पड़ रहा है, क्योंकि उन्होंने नौकरियां खत्म कर दी, काम धंधे खत्म कर दिए और एमएसएमई सेक्टर को बर्बाद कर दिया। नोटबंदी और जीएसटी के चलते बहुत सारी चीजों के दाम बढ़ गए।

सौरव भारद्वाज ने कहा है कि जो अरहर की दाल 2014 में 70 रुपए किलो की आती थी, अब इसका दाम 154 रुपए हो गया है। उड़द की जो दाल 67 रुपए में मिलती थी, अब वह 124 किलो हो गई है। चावल 27 रुपए किलो से बढ़कर 44 रुपए किलो पहुंच गया है। गेहूं 21 से बढ़कर 30 रुपए हो गया है। 36 रुपए लीटर मिलने वाला दूध अब 58- 59 रुपए लीटर हो गया है। आलू प्याज के दामों में सालाना 40 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

टमाटर की बात करें, तो 2023 में यह ढाई सौ रुपए किलो भी बिका है। जुलाई 2023 में अदरक और हरी मिर्च भी 400 रुपए किलो के पास पहुंच गई थी। जुलाई 2023 में जीरा 800 किलो तक पहुंच गया था। अप्रैल 2022 में नींबू 200 रुपए किलो, हरी धनिया 100 रुपए किलो, हरी मिर्च 160 रुपए किलो पहुंच गई थी।

सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि बड़े-बड़े बिचौलियों और कारोबारियों की जेब में पैसा जाने के कारण चीजों के दाम बढ़ रहे हैं। इसका खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।

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Created On :   10 May 2024 2:10 PM IST

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