राजनीति: संविधान की आत्मा है धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद इमरान मसूद

संविधान की आत्मा है धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद  इमरान मसूद
मुंबई में मराठी न बोलने पर हिंदी भाषी व्यापारी पर मनसे पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी भाषा बोलने का अधिकार है, लेकिन ये लोग इसे समझने में विफल हैं।

नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। मुंबई में मराठी न बोलने पर हिंदी भाषी व्यापारी पर मनसे पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी भाषा बोलने का अधिकार है, लेकिन ये लोग इसे समझने में विफल हैं।

कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "अगर कोई यहां मराठी बोलता है, तो क्या हम उसे रोकेंगे? हर व्यक्ति को अपनी भाषा बोलने का अधिकार है। ये लोग इसे समझने में विफल हैं। सभी भाषाएं सुंदर हैं। जितनी अधिक भाषाएं आप सीखेंगे, उतना ही बेहतर होगा। यह ऐसा कुछ नहीं है, जो बिना किसी कारण के किसी की पिटाई को सही ठहराए। उनके पास केवल नफरत का एजेंडा है और नफरत फैलाने के मकसद के आगे उनके पास कुछ नहीं है।"

इमरान मसूद ने कहा, "आरएसएस को मालूम होना चाहिए कि संविधान की आत्मा धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद है। बाबा साहेब ने जब संविधान को लिखा तो उसमें दलितों, शोषितों, वंचितों, कमजोर वर्गों और देश में रहने वाले अगड़े-पिछड़ों और अमीर-गरीब को बराबर अधिकार देने की बात की। यही समाजवाद है, लेकिन अब वे (आरएसएस) उसको हटाने की बात कर रहे हैं। पहले वे संविधान को मानते नहीं थे और अब उसे बदलने की बात कर रहे हैं।"

पाकिस्तान ने एक बार फिर हेग स्थित मध्यस्थता कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए भारत से सिंधु जल संधि का पालन करने की अपील की है। इस पर इमरान मसूद ने कहा, "हमें अपने देश के लिए कड़े फैसले लेने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए कि अमेरिका बटन दबाए और हम पीछे हट जाएं।"

कांग्रेस सांसद ने किसानों के मुद्दों को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "इस सरकार को किसानों को न्याय देते हुए 10 साल हो गए? इस सरकार में खाद्यान्न के दाम 6 से 7 गुना हो गए और उन्होंने किसानों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। इस सरकार से किसानों के खेतों में खड़ा ट्रैक्टर भी बर्दाश्त नहीं हो रहा है। उन्हें भी बोल दिया है कि अगर ट्रैक्टर 10 साल पुराना होगा तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाएगा। उनकी सोच में किसानों के लिए हमदर्दी तक नहीं दिखती है। इस समय देश के अंदर खाद्यान्न की काफी किल्लत है और इसके लिए मारामारी भी हो रही है।"

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   1 July 2025 5:21 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story