राष्ट्रीय: भाजपा ने ममता की पुलिस की सिख युवक से 'बदसलूकी' का वीडियो किया जारी

भाजपा ने ममता की पुलिस की सिख युवक से बदसलूकी का वीडियो किया जारी
संदेशखाली में एक आईपीएस ऑफिसर को कथित तौर पर 'खालिस्तानी' कहे जाने वाले वीडियो को आधार बनाकर जहां टीएमसी सिख सियासत को गर्मा रही है। वहीं, भाजपा ने इस पर जमकर पलटवार करते हुए एक वीडियो जारी कर दिया है, जिसमें बंगाल पुलिस एक सिख युवक के साथ कथित बदसलूकी करती नजर आ रही है।

नई दिल्ली, 21 फरवरी (आईएएनएस)। संदेशखाली में एक आईपीएस ऑफिसर को कथित तौर पर 'खालिस्तानी' कहे जाने वाले वीडियो को आधार बनाकर जहां टीएमसी सिख सियासत को गर्मा रही है। वहीं, भाजपा ने इस पर जमकर पलटवार करते हुए एक वीडियो जारी कर दिया है, जिसमें बंगाल पुलिस एक सिख युवक के साथ कथित बदसलूकी करती नजर आ रही है।

पश्चिम बंगाल में भाजपा के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने इस वीडियो को एक्स पर पोस्ट करके टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी को 'सिखों के अपमान' के मामले में कटघरे में खड़ा कर दिया है। उनका आरोप है कि बंगाल पुलिस ने अभी तक बलविंदर सिंह से माफी नहीं मांगी है और न ही न्याय दिलाने के लिए कोई कदम उठाया है।

सुवेंदु अधिकारी ने अपने पोस्ट में लिखा, ''2020 में कोलकाता में भाजपा के विरोध प्रदर्शन के दौरान बंगाल पुलिस ने बलविंदर सिंह के साथ दुर्व्यवहार किया। पहले उनकी पगड़ी उतारी और फिर उनको बाल पकड़कर घसीटा। बंगाल पुलिस ने अभी तक बलविंदर सिंह से माफी नहीं मांगी है और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए भी कोई कदम नहीं उठाया।''

सुवेंदु अधिकारी ने आगे लिखा, ''ममता बनर्जी के निर्देशों के बाद एक ऐसा माहौल पैदा करने की कोशिश की गई ताकि इससे संदेशखाली से ध्यान भटकाने में मदद मिले और यह एक रणनीति के रूप में इस्तेमाल किया गया।''

इसके अलावा उन्होंने अपने पोस्ट में भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा का वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें सिरसा ने बताया कि उन्होंने बलविंदर सिंह की पत्नी और बच्चों के साथ राज्यपाल से मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि न्याय होगा और बलविंदर सिंह बेकसूर हैं। मैंने मुख्यमंत्री से भी कहा कि ऐसी ज्यादती मत करो।

ममता बनर्जी की पुलिस द्वारा सिखों के अपमान करने के मामले को लेकर भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया एक्स पर बड़ा दावा किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में बताया कि ''पश्चिम बंगाल में सिख के अपमान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाला शख्स दक्षिण कोलकाता जिले के तृणमूल युवा कांग्रेस का जिला उपाध्यक्ष है। वह खुद सिख समुदाय से ताल्लुक नहीं रखता है और ना ही सिख धर्म का पालन करता है।''

अमित मालवीय ने आगे बंगाल सरकार पर आरोप लगाते हुए लिखा, ''ममता बनर्जी संदेशखाली में हिंदू महिलाओं के साथ हुए दुष्कर्म और अत्याचार से ध्यान भटकाने के लिए सिखों को भड़काने की कोशिश कर रही हैं, सिखों को उनकी साजिशों में, उनकी बातों में नहीं आना चाहिए।''

गौरतलब है कि साल 2020 में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें साफ नजर आ रहा था कि कोलकाता में भाजपा की एक रैली के दौरान बंगाल पुलिस ने बलविंदर सिंह के साथ दुर्व्यवहार किया था। इस दौरान पुलिस ने सड़क किनारे खड़े बलविंदर सिंह की खींचकर पहले पगड़ी उतारी और फिर बालों से घसीटकर अपने साथ ले गई।

इसका वीडियो भाजपा के कई नेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर शेयर भी किया था और ममता सरकार पर सिखों की धार्मिक भावनाओं का ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   21 Feb 2024 5:28 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story