लोकसभा चुनाव 2024: झारखंड में इंडिया गठबंधन में सीटों की शेयरिंग पर अब तक नहीं बनी बात

झारखंड में इंडिया गठबंधन में सीटों की शेयरिंग पर अब तक नहीं बनी बात
झारखंड में इंडिया गठबंधन की पार्टियों की कई दौर की बैठकों के बाद भी सीटों के बंटवारे पर सर्वसम्मत फॉर्मूला अब तक नहीं बन पाया है। राज्य में गठबंधन के दो बड़े दल जेएमएम और कांग्रेस के नेता सहमति का दावा जरूर कर रहे हैं, लेकिन बाकी घटक दलों की दावेदारी को लेकर फैसला नहीं हो पा रहा है।

रांची, 18 मार्च (आईएएनएस)। झारखंड में इंडिया गठबंधन की पार्टियों की कई दौर की बैठकों के बाद भी सीटों के बंटवारे पर सर्वसम्मत फॉर्मूला अब तक नहीं बन पाया है। राज्य में गठबंधन के दो बड़े दल जेएमएम और कांग्रेस के नेता सहमति का दावा जरूर कर रहे हैं, लेकिन बाकी घटक दलों की दावेदारी को लेकर फैसला नहीं हो पा रहा है।

झारखंड में लोकसभा की कुल 14 सीटें हैं। प्रदेश कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम का कहना है कि कांग्रेस के हिस्से में सात, जेएमएम के लिए पांच और राजद एवं सीपीआई-एमएल के लिए एक-एक सीट के फॉर्मूले का आधिकारिक तौर पर जल्द ही ऐलान कर दिया जाएगा।

उनके मुताबिक रांची, हजारीबाग, गोड्डा, खूंटी, धनबाद, जमशेदपुर और लोहरदगा की सीटों पर कांग्रेस अपने प्रत्याशी देगी, जबकि सिंहभूम, दुमका, राजमहल, गिरिडीह और चतरा सीट पर जेएमएम के प्रत्याशी होंगे। राजद को पलामू और सीपीआई (एमएल) को कोडरमा सीट देने पर सहमति बनी है।

दूसरी तरफ, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विनोद कुमार पांडेय कहते हैं कि गठबंधन में सहमति को लेकर किसी तरह की दिक्कत नहीं है। लेकिन, सीट शेयरिंग पर अब तक अंतिम तौर पर मुहर नहीं लगी है। कौन सी सीट किसके हिस्से में जाएगी, इस पर विचार के लिए बनी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट नेतृत्व को सौंप दी है और आखिरी फैसला इंडिया गठबंधन के शीर्ष नेता ही करेंगे।

दरअसल, कांग्रेस और जेएमएम दोनों भले सहमति बन जाने का राग अलाप रहे हैं, लेकिन उनके प्रस्तावित फॉर्मूले पर राजद और सीपीआई जैसे घटक दलों ने अब तक हामी नहीं भरी है। राजद दो सीटों पलामू और चतरा पर दावेदारी कर रहा है, जबकि कांग्रेस-झामुमो उसे सिर्फ एक सीट देना चाहती हैं। 2019 के चुनाव में भी राजद को सिर्फ पलामू सीट दी गई थी, लेकिन उसने इससे इनकार करते हुए चतरा सीट पर भी प्रत्याशी उतार दिया था। नतीजतन, चतरा में कांग्रेस और राजद दोनों के प्रत्याशी मैदान में थे।

भाकपा अपने लिए हजारीबाग सीट पर अड़ी है, जबकि गठबंधन की दोनों बड़ी पार्टियां कांग्रेस-झामुमो इसके लिए तैयार नहीं हैं। भाकपा के पूर्व राज्य महासचिव और हजारीबाग सीट से दो दफा सांसद रह चुके भुवनेश्वर प्रसाद मेहता कहते हैं कि अगर हमें गठबंधन में इस बार यह सीट नहीं दी गई तो हमारी पार्टी पांच से सात सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार देगी।

दूसरी तरफ भाजपा ने राज्य की 14 में 11 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम 2 मार्च को ही घोषित कर दिए हैं। एक सीट गिरिडीह भाजपा ने सहयोगी पार्टी आजसू के लिए छोड़ी है। दो अन्य सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के नाम जल्द सामने आ सकते हैं।

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Created On :   18 March 2024 10:26 AM GMT

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