संस्कृति: भगवान केदारनाथ की चल विग्रह पंचमुखी डोली अपने तीसरे पड़ाव के लिए हुई फाटा से रवाना
गौरीकुंड फाटा (रुद्रप्रयाग), 8 मई (आईएएनएस)। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 शुरू होने में सिर्फ दो दिन बचे हैं। 10 मई को सुबह 7 बजे अक्षय तृतीया पर सबसे पहले केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। बुधवार सुबह बाबा की पंचमुखी डोली ने अपने तीसरे पड़ाव की ओर प्रस्थान किया।
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली ने 8 मई बुधवार को प्रातः 8.45 बजे फाटा से तीसरे पड़ाव गौरामाई मंदिर गौरीकुंड के लिए प्रस्थान किया। फाटा से प्रस्थान होते समय जगह-जगह श्रद्दालु तथा स्कूली बच्चों ने बाबा केदार का जय घोष कर पुष्प वर्षा की।
आपको बता दें कि भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव पंचमुखी मूर्ति की देवडोली को श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के स्वयंसेवक एवं हक-हकूकधारी नंगे पैर पैदल चलकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री केदारनाथ धाम तक पहुंचाते हैं।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि सैकड़ों देश-विदेश के श्रद्धालु भी डोली यात्रा के साथ केदारनाथ जा रहे हैं। पंचमुखी डोली के गौरीकुंड प्रस्थान के समय विष्णु प्रसाद कुर्मांचली, केदारनाथ धाम के पुजारी शिवशंकर लिंग, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण एवं यदुवीर पुष्पवान, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, संजय तिवारी, भरत कुर्मांचली, कुलदीप धर्माण, आलोक बजवाल, संजय कुकरेती सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
इससे पहले मंगलवार को भगवान केदारनाथ की चल विग्रह पंचमुखी डोली अपने दूसरे पड़ाव फाटा पर पहुंची थी, जहां डोली ने रात्रि विश्राम किया। साथ ही जब डोली गुप्तकाशी से फाटा के लिए निकली तो डोली का जगह जगह पुष्प वर्षा कर बैंड बाजे के साथ श्रद्धालुओं ने जोरदार स्वागत किया था।
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Created On :   8 May 2024 11:59 AM IST