मानवीय रुचि: करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, सरगना गिरफ्तार

करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, सरगना गिरफ्तार
मध्य प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में लोगों को अमीर बनने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह का उत्तर प्रदेश की ललितपुर पुलिस ने खुलासा किया है।

ललितपुर/भोपाल, 4 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में लोगों को अमीर बनने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह का उत्तर प्रदेश की ललितपुर पुलिस ने खुलासा किया है।

करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने वाली चिट फंड कंपनी के मुख्य सरगना को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। वहीं, उसके अन्य साथियों की तलाश जारी है।

ललितपुर पुलिस ने 500 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले ठग आलोक कुमार जैन को गिरफ्तार किया है। इसके अन्य साथियों ने भी इसी तरह की ठगी की है। आरोपी आलोक जैन ने कुछ लोगों के साथ मिलकर एलयूसीसी नाम से फर्जी चिटफंड कंपनी बनाकर 18 हजार लोगों से ठगी की थी। यह ठगी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ कई अन्य राज्यों में भी की गई थी।

आलोक जैन की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने फर्जी कंपनी के अन्य सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने ललितपुर में संचालित कंपनी के कार्यालय को सील कर दिया है और फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं।

ललितपुर एसपी मुहम्मद मुश्ताक ने बताया कि आलोक जैन और उसके साथी रवि तिवारी ने ठगी के रुपयों से देश के कई राज्यों में करोड़ों रुपये की संपत्ति खरीदी थी। एलयूसीसी कंपनी लोगों को जल्दी अमीर बनने का लालच देकर रुपये इन्वेस्ट करने के लिए कहती थी। यह कंपनी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ कई अन्य राज्यों में भी संचालित की जा रही थी। पुलिस ने एलयूसीसी कंपनी के खिलाफ एसआईटी जांच की, जिसमें फर्जी चिटफंड कंपनी का खुलासा हुआ। पुलिस ने आलोक जैन को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।

जानकारी के अनुसार धनीराम अहिरवार नामक व्यक्ति ने ललितपुर की कोतवाली में एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने अपने साथ हुई धोखाधड़ी का जिक्र किया था। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और उसके सामने जो तथ्य आए, वह चौंकाने वाले थे।

एलयूसीसी चिट फंड कंपनी के नाम पर लोगों से सैकड़ों करोड़ की ठगी की गई। पुलिस ने इस मामले में दो प्रमुख आरोपियों अशोक जैन और रवि तिवारी के खिलाफ 25 -25 हजार रुपए का इनाम घोषित करने के साथ एसआईटी का गठन किया। एक आरोपी अशोक जैन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

आलोक जैन की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने फर्जी कंपनी के अन्य सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस को जांच में पता चला है कि इस कंपनी के लोग उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश सहित देश के अलग-अलग राज्यों में लोगों को अमीर बनाने का सपना दिखाते थे और उनसे निवेश कराते थे‌। इस कंपनी के लोग निवेशकों को विभिन्न क्षेत्रों में निवेश कर बड़ी आमदनी का भरोसा भी दिलाते थे।

इनके निशाने पर वे लोग होते थे, जिन्हें सरकार की ओर से बड़ा मुआवजा मिलता था। सिर्फ आलोक जैन ने ही लगभग 18,000 लोगों को ठगने का काम किया है। वह मूल रूप से ललितपुर का निवासी है मगर उसका ठिकाना मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल भी है।

इस गिरोह में शामिल लोगों ने भोपाल, इंदौर, दिल्ली, मुंबई के अलावा कई अन्य स्थानों पर भी बड़े पैमाने पर जमीन-जायदाद खरीद करने में निवेश किया है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   4 Aug 2024 11:29 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story