अंतरराष्ट्रीय: भारत की विकास कहानी को लेकर सिलिकॉन वैली आशावादी है एमआर रंगास्वामी, इंडियास्पोरा के संस्थापक (आईएएनएस विशेष)
नई दिल्ली, 14 अगस्त (आईएएनएस)। इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगास्वामी ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में भारतीय समुदाय के योगदान के प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सिलिकॉन वैली भारत की विकास कहानी को लेकर अत्यधिक आशावादी है और कई भारतीय-अमेरिकी देश के स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में निवेश कर रहे हैं।
आईएएनएस से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि आज कई अमेरिकी निवेशक भारतीय स्टार्ट-अप में निवेश कर रहे हैं और साथ ही बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी समुदाय अपने देश की विकास यात्रा में अपना योगदान देने में भी सक्षम हुए हैं।
इंडियास्पोरा एक वैश्विक संस्था है, जो दुनिया भर में भारतीय मूल के लोगों के बीच दूरियों को पाटने के लिए अथक प्रयास कर रही है। समूह का मिशन प्रवासी भारतीयों के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करना और लोगों को सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रेरित करने के साथ अग्रणी समुदाय के सदस्यों को एक साथ लाना है।
आईएएनएस :- आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के अनुभव को कैसे देखते हैं?
एमआर रंगास्वामी :- मुझे पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का बेहतरीन अवसर मिला था, जब वह संयुक्त राज्य अमेरिका की राजकीय यात्रा पर थे। मुझे व्हाइट हाउस में राजकीय रात्रिभोज में भी आमंत्रित किया गया था। उनके साथ मुलाकात अत्यधिक ऊर्जा से भरा रहा। प्रधानमंत्री मोदी के पास एक महान दृष्टि, ऊर्जा और जबरदस्त जुनून है। वह पिछले दस वर्षों से देश का नेतृत्व कर रहे हैं और प्रेरणादायक बात यह है कि उनमें अभी भी देश को नए विकास पथ पर ले जाने की ललक और प्यास है।
आईएएनएस :- पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के विदेशी संबंध कैसे विकसित हुए हैं?
एमआर रंगास्वामी :- उनके नेतृत्व में जो सबसे स्पष्ट परिवर्तन हुआ, वह सड़कों और हवाई अड्डों सहित बुनियादी ढांचे में भारी निवेश है। दुनिया के कई देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोग आज गर्व महसूस करते हैं और अपनी भारतीयता और भारतीय जड़ों को प्रदर्शित करने में संकोच नहीं करते हैं। प्रवासी भारतीयों के रवैये में बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक मानचित्र पर भारत के ऊंचे कद के कारण आया है।
आईएएनएस :- पिछले दशक में युवाओं के लिए अवसरों का विस्तार कैसे हुआ है?
एमआर रंगास्वामी :- अमेरिका में भारतीय प्रवासी भारत में स्टार्ट-अप को विकसित करने में काफी सक्रिय हैं। अमेरिका स्थित बहुत से निवेशक भारतीय स्टार्ट-अप में निवेश कर रहे हैं, उन्हें सलाह दे रहे हैं और उत्पाद बनाने में मदद कर रहे हैं। सिलिकॉन वैली में बसे लोग भारत की विकास गाथा को लेकर बेहद आशावादी हैं और उनके साथ साझेदारी करना चाहते हैं। यह हमारे लिए भारत को वापस लौटाने का एक बड़ा तरीका है।
आईएएनएस :- सरकार के 'विकसित भारत' दृष्टिकोण पर आपका क्या विचार है?
एमआर रंगास्वामी :- जब भारत ने पिछले साल जी-20 फोरम का आयोजन किया था, तो हमारा पूरा ध्यान और जोर इस बात पर था कि देश को अपने उद्देश्य को हासिल करने में कैसे मदद की जाए। विकसित भारत के लक्ष्य का समर्थन करने के लिए हमने शिक्षा, स्टार्ट-अप, निवेश, जलवायु परिवर्तन और अन्य कई मोर्चों पर सहायता करने का गंभीर प्रयास किया। हम 26 विभिन्न देशों से 300 नेताओं को जी-20 बैठक में लाए। हमारे पास दुनिया भर से भारतीय नेता थे, जिनमें अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर जैसे बड़े देश और सूरीनाम से दक्षिण अफ्रीका, कोलंबिया, मेक्सिको जैसे कई छोटे देश शामिल थे। हमारा प्रयास भारत के सपने को हासिल करने के लिए प्रवासी भारतीयों को एक साथ लाना था, क्योंकि यह 2047 तक 'विकसित भारत' का लक्ष्य हासिल करने की तरफ बढ़ रहा है।
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Created On :   14 Aug 2024 5:19 PM IST