राजनीति: भाजपा ने चंपई सोरेन का किया स्वागत, झामुमो ने कहा- पार्टी छोड़ने वालों का करियर खत्म

भाजपा ने चंपई सोरेन का किया स्वागत, झामुमो ने कहा- पार्टी छोड़ने वालों का करियर खत्म
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होंगे। इस फैसले के बाद झारखंड की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। भाजपा के झारखंड प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव और झामुमो के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने इस संबंध में आईएएनएस से बात की।

रांची, 27 अगस्त (आईएएनएस)। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होंगे। इस फैसले के बाद झारखंड की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। भाजपा के झारखंड प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव और झामुमो के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने इस संबंध में आईएएनएस से बात की।

प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के फैसले का स्वागत किया है। शाहदेव ने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री रहते हुए चंपई सोरेन का जेएमएम में अपमान हुआ, उससे यह होना ही था।

उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन के आने से कोल्हान क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी खास तौर पर मजबूत होगी और यह झारखंड मुक्ति मोर्चा के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी। सोरेन परिवार के अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा में किसी अन्य आदिवासी नेता का सम्मान नहीं है।

चंपई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने को लेकर झामुमो के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि चंपई सोरेन का भाजपा में शामिल होना एक निजी फैसला है, यह फैसला कितना कारगर होगा, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन इतिहास गवाह है कि झामुमो छोड़कर भाजपा या अन्य दलों में शामिल होने वाले लोग हंसी के पात्र बन गए और उनका करियर लगभग खत्म हो गया।

उन्होंने कहा, "यह लोकतंत्र है और लोकतंत्र में चुनाव ही पैरामीटर है और कुछ दिनों बाद चुनाव हैं और पता चलेगा कि हमें जनता का कितना समर्थन मिलता है। जिन मुद्दों और ताकतों के खिलाफ हमने लड़ाई लड़ी, उनके खिलाफ एकजुट होना है। मुझे लगता है कि जनता इस कदम का समर्थन नहीं करेगी। निःसंदेह चंपई सोरेन एक मजबूत नेता थे और अभी भी हैं।"

उन्होंने कहा कि जब तक चंपई सोरेन के पास धनुष-बाण था, तब तक वह बड़े नेता थे, कुछ ही दिनों में चुनाव होने वाले हैं, अब जनता तय करेगी कि उनका कद क्या है और वह कितने बड़े नेता हैं, उनके जाने से पार्टी को थोड़ा नुकसान हो सकता है, लेकिन प्रदेश की सभी ​​28 आदिवासी या आरक्षित सीटों पर गठबंधन के साथ उनकी पार्टी जीत हास‍िल करेगी।

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Created On :   27 Aug 2024 4:45 PM IST

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