राष्ट्रीय: जवाहर लाल नेहरू और वीर सावरकर देश की धरोहर मुख्तार अब्बास नकवी

शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को भाजपा और कांग्रेस पार्टी को नसीहत देते हुए कहा कि दोनों पार्टियों को राजनीति के लिए जवाहरलाल नेहरू या वीर सावरकर का नाम लेना बंद करना चाहिए। इस पर भारतीय जनता पार्टी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने जवाहर लाल नेहरू और वीर सावरकर को देश की धरोहर बताते हुए आदित्य ठाकरे से कांग्रेस को सलाह देने की अपील की।

नई दिल्ली, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को भाजपा और कांग्रेस पार्टी को नसीहत देते हुए कहा कि दोनों पार्टियों को राजनीति के लिए जवाहरलाल नेहरू या वीर सावरकर का नाम लेना बंद करना चाहिए। इस पर भारतीय जनता पार्टी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने जवाहर लाल नेहरू और वीर सावरकर को देश की धरोहर बताते हुए आदित्य ठाकरे से कांग्रेस को सलाह देने की अपील की।

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "यह जो सुझाव दिया गया है, वह अपने साथियों को देना चाहिए, खासकर नए साथी कांग्रेस को। नेहरू जी देश की धरोहर हैं, और इसी तरह राष्ट्र निर्माण में सावरकर की भूमिका को भी नकारा नहीं जा सकता। सावरकर के खिलाफ जो दुष्प्रचार किया गया है और जो हमले उनकी विरासत पर कांग्रेस पार्टी ने किए हैं, वह लंबे समय से जारी रहे हैं। उदाहरण के लिए, सेल्युलर जेल में सावरकर की जो तख्ती लगी हुई थी, उसे भी कांग्रेस ने हटवाकर फेंकवा दिया था। इसके बाद काफी आंदोलन हुए, तब जाकर वह तख्ती फिर से स्थापित की गई। ये जो पूर्वाग्रह हैं, इसका कारण कांग्रेस ही बेहतर तरीके से बता सकती है। अगर यह गलतफहमी है, तो उसे ठीक करना चाहिए। हमें यह स्पष्ट रूप से समझना चाहिए कि नेहरू और सावरकर दोनों के प्रति सम्मान होना चाहिए, क्योंकि दोनों ही राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नेता थे।"

हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि हर मुद्दों को उठाने के लिए कांग्रेस नेता का 'प्रेरणा स्रोत' विदेश में है। इस पर नकवी ने कहा, "यह बात सही है कि राहुल गांधी के विदेशी प्रोफेसर का सनातनी संस्कार और संस्कृति के प्रति जो नजरिया है, वह घातक है और उसका असर राहुल गांधी पर भी पड़ा है। दरअसल, उन प्रोफेसर के दिमाग में जो सनातनी संस्कारों और संस्कृति के प्रति नकारात्मक सोच है, वही राहुल गांधी पर भी प्रभाव डाल रही है। इसी वजह से, वह न केवल सड़क पर उल्टी-सीधी बातें करते हैं, बल्कि संसद में भी हमारे देश के सनातनी इतिहास के बारे में गलत और भ्रामक बातें बोलते हैं। यह पूरी तरह से सनातनी संस्कारों और संस्कृति के प्रति नकारात्मक है।"

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   15 Dec 2024 9:03 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story