राजनीति: ओडिशा में भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही सस्मित पात्रा

भुवनेश्वर, 11 जनवरी (आईएएनएस)। ओडिशा से राज्यसभा सांसद और बीजू जनता दल (बीजद) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सस्मित पात्रा ने छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के सराय पाली थाने में ओडिशा के पूर्व मंत्री नबा दास के बेटे विशाल दास सहित 27 लोगों को हिरासत में लिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
सस्मित पात्रा ने आरोप लगाया कि ओडिशा में भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है और पुलिस का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजू जनता दल के लगभग 12 पंचायत समिति प्रतिनिधियों को विशाल दास के साथ मिलकर अवैध रूप से हिरासत में लिया गया। यह मुख्य रूप से इसलिए किया गया क्योंकि इन प्रतिनिधियों को किरिमिरा पछाड़ समिति के वर्तमान अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में भाग लेना था।
उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ओडिशा में पुलिस का दुरुपयोग लोकतंत्र की हत्या करने के लिए अब एक सामान्य बात बन गई है। उन्होंने बताया कि बीजद के पार्टी अध्यक्ष और विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखा था, जिसके बाद हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा किया गया। बीजद के वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल ने भी भुवनेश्वर में पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की और ओडिशा पुलिस द्वारा की जा रही अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
पात्रा ने आगे कहा कि भाजपा द्वारा संचालित ओडिशा सरकार लोकतांत्रिक सिद्धांतों से पूरी तरह डरती है और पुलिस का इस्तेमाल राजनीतिक गतिविधियों को रोकने के लिए कर रही है, जिससे राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में ओडिशा के पूर्व मंत्री नबा दास के बेटे विशाल दास सहित 27 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। गुरुवार रात इन्हें विभिन्न थानों में पूछताछ के लिए रखा गया और शुक्रवार को इन पर भाजपा नेता के होटल में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया गया। इसके बाद इन पर एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन कुछ समय बाद सभी को छोड़ दिया गया। यह घटना उस समय हुई जब किरिमिरा ब्लॉक अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही थी। विशाल दास अपने साथियों के साथ महासमुंद दौरे पर थे और उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने जानबूझकर अविश्वास प्रस्ताव से पहले यह कार्रवाई की। वहीं, ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की अपील की।
इसके अलावा, सस्मित पात्रा ने प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन का जिक्र करते हुए बताया कि इस आयोजन के दौरान लगभग 70 से 100 विदेशी प्रतिनिधियों के लिए पुलिस की 70 से 80 प्लाटून तैनात की गईं, जबकि ओडिशा के आम नागरिकों के लिए ऐसी सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गई। कुछ दिन पहले भुवनेश्वर के रसूलगढ़ फ्लाईओवर पर एक पुलिस मित्र की नृशंस हत्या कर दी गई। यह हत्या इस बात का संकेत है कि ओडिशा में भाजपा सरकार संवेदनहीनता और राजनीतिक असहिष्णुता का परिचय दे रही है।
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Created On :   11 Jan 2025 11:30 PM IST