अपराध: धनबाद के बीआईटी सिंदरी में मारपीट के बाद प्रथम वर्ष के छात्रों से खाली कराया गया हॉस्टल

धनबाद के बीआईटी सिंदरी में मारपीट के बाद प्रथम वर्ष के छात्रों से खाली कराया गया हॉस्टल
धनबाद स्थित झारखंड के प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज बीआईटी सिंदरी में सोमवार की देर रात छात्रों के दो समूहों के बीच टकराव और मारपीट के बाद प्रबंधन ने प्रथम वर्ष के सभी छात्रों को हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया है।

धनबाद, 13 मई (आईएएनएस)। धनबाद स्थित झारखंड के प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज बीआईटी सिंदरी में सोमवार की देर रात छात्रों के दो समूहों के बीच टकराव और मारपीट के बाद प्रबंधन ने प्रथम वर्ष के सभी छात्रों को हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया है।

मंगलवार दोपहर तक इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष के सभी छात्र हॉस्टल खाली कर अपने घरों के लिए रवाना हो गए।

संस्थान के निदेशक डॉ. पंकज राय ने कहा है कि प्रबंधन ने अपने स्तर पर घटना की जांच शुरू कर दी है। इसमें दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस भी घटना को लेकर अलग से जांच कर रही है। घटना से संबंधित सीसीटीवी फुटेज जुटाए गए हैं और मारपीट में शामिल छात्रों की पहचान की जा रही है।

निदेशक ने कहा कि गर्मी की छुट्टियां करीब हैं, इसलिए प्रथम वर्ष के छात्रों को छात्रावास खाली करने के लिए कहा गया ताकि वे जून-जुलाई में होने वाली अपनी इंटर्नशिप पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष और तृतीय वर्ष के छात्रों के बीच सोमवार शाम मामूली बात को लेकर शुरू हुए विवाद ने देर रात मारपीट और टकराव का रूप ले लिया था।

बताया जा रहा है कि प्रथम वर्ष का एक छात्र कथित तौर पर किसी बाहरी व्यक्ति के साथ परिसर में था। उसने किसी बात पर तृतीय वर्ष के एक छात्र के साथ विवाद के बाद उसकी पिटाई कर दी। जब इसकी जानकारी उसके अन्य साथियों को हुई तो रात करीब 11 बजे तृतीय वर्ष के छात्रों का एक समूह कई गाड़ियों पर सवार होकर प्रथम वर्ष के छात्रों के हॉस्टल में पहुंचा और कई छात्रों की पिटाई कर दी।

इस घटना में कम से कम तीन छात्र घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही संस्थान के निदेशक डॉ. पंकज राय, करियर डेवलपमेंट सेंटर के चेयरमैन डॉ. घनश्याम, छात्रावास अधीक्षक डॉ. आरके. वर्मा, डॉ. प्रशांत कुमार के अलावा सभी छात्रावासों के वार्डन और वरिष्ठ शिक्षक मौके पर पहुंचे। घटना की सूचना पाकर पुलिस भी पहुंची।

बीआईटी सिंदरी की स्थापना 1949 में हुई थी। यह संयुक्त बिहार (बिहार-झारखंड) का पहला सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज है और इसकी ख्याति पूरे देश में रही है।

--आईएएनएस

एसएनसी/एबीएम

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Created On :   13 May 2025 7:05 PM IST

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