स्वास्थ्य/चिकित्सा: मीठा नीम स्वाद और सेहत का अनमोल खजाना

नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। हमारे आसपास कई ऐसे पेड़-पौधे होते हैं, जिनका इस्तेमाल खाने के साथ औषधि के रूप में भी किया जाता है। इन्हीं में से एक है करी पत्ता जिसका उपयोग खाने के साथ औषधि के तौर पर भी किया जाता है।
करी पत्ता जिसे मीठा नीम भी कहा जाता है। इसके पत्ते की संरचना नीम के पत्ते से काफी मिलती-जुलती है लेकिन, इसके पत्ते का स्वाद नीम के पत्ते की तरह कड़वा नहीं होता है। आयुर्वेद के अनुसार करी पत्ता स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है, साथ ही यह पाचन में सुधार भी करता है, इसके साथ यह वजन घटाने में मदद होने के साथ डायबिटीज को नियंत्रित करने में भी सहायक है।
करी पत्ता का वैज्ञानिक नाम मुराया कोएनिजी है, इसका इस्तेमाल सदियों से भारतीय और श्रीलंकाई व्यंजनों, खासकर सब्जी और अन्य व्यंजनों में छौंक लगाने के लिए किया जाता रहा है। यही वजह है कि इसे करी पत्ता या कढ़ी लीफ के नाम से भी जाना जाता है।
यह पौधा मुख्य रूप से भारत और श्रीलंका में पाया जाता है। भारत में, यह दक्षिणी राज्यों में बहुतायत में उगता है, इसी कारण यह दक्षिण भारतीय व्यंजनों का एक अभिन्न अंग बन गया है, जो वहां की लगभग हर डिश में अपनी सुगंध और स्वाद को जोड़ता है।
इस पौधे की ऊंचाई 2 से 4 मीटर की होती है। इसे बीज या छोटे-छोटे पौधों की मदद से घर के बगीचे में या गमले में लगा सकते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार करी पत्ते का रस शरीर में कॉलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर घटाकर दिल की बीमारियों का खतरा कम करता है। यह ब्रेस्ट और फेफड़े के कैंसर से भी बचाता है।
एनआईएच की रिपोर्ट के अनुसार, करी की पत्तियों में एल्कलॉइड, फ्लेवोनोइड और फेनोलिक यौगिक गुण पाए जाते हैं, जो ट्यूमर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
इसके पत्ते कई जरूरी पोषक तत्वों की कमी पूरी करने में मदद करते हैं। करी के पत्ते में आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस, प्रोटीन, विटामिन-बी2, बी6 और बी12 जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में जो हृदय रोगियों के लिए करी पत्ते का इस्तेमाल खाने में करना उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छा माना जाता है।
आयुर्वेदाचार्य डॉ कुणाल के अनुसार करी पत्ता मधुमेह, रक्तचाप और अनियंत्रित दिनचर्या की वजह से पाचन की परेशानी, अनिद्रा जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है।
प्रतिदिन करी पत्ते का सेवन करने से आंखों की समस्या में आराम मिल सकता है। वहीं इसमें मौजूद फाइबर पाचन प्रक्रिया को धीमा करके ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने से रोकता है। इसके अलावा, करी पत्ते में पाए जाने वाले एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण ब्लड शुगर को कम करने में भी मदद करता है।
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   21 Jun 2025 2:57 PM IST