राजनीति: राष्ट्रीय खेल नीति को मंजूरी मिलना स्वागत योग्य कदम टंकराम वर्मा

राष्ट्रीय खेल नीति को मंजूरी मिलना स्वागत योग्य कदम  टंकराम वर्मा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय खेल नीति (एनएसपी) 2025 को मंजूरी दे दी है। केंद्र के इस कदम का छत्तीसगढ़ के खेल और आपदा प्रबंधन मंत्री टंकराम वर्मा ने स्वागत किया है।

रायपुर, 3 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय खेल नीति (एनएसपी) 2025 को मंजूरी दे दी है। केंद्र के इस कदम का छत्तीसगढ़ के खेल और आपदा प्रबंधन मंत्री टंकराम वर्मा ने स्वागत किया है।

टंकाराम वर्मा ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, "हम केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया का सतत प्रयास खेल को आगे बढ़ाने का रहा है। ऐसे में इस बात की हमें प्रसन्नता है कि 'खेलो इंडिया' के तहत छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों को शामिल किया गया है और सभी जिलों में अलग-अलग खेलों को चिह्नित करके वहां पर आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। अभी जो नई खेल नीति आई है, इससे हमारी राष्ट्रीय पहचान बनेगी और खेल गतिविधि को और बढ़ावा मिलेगा।"

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए मनसुख मांडविया ने अनेक योजनाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर स्वीकृत किए हैं, जिनपर काम चल रहा है। नई खेल नीति के तहत खेल के क्षेत्र में भारत एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित होगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाएगा। खेल को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार का रोडमैप तैयार है और उसी योजना के अनुसार, हमारी सरकार आगे बढ़ रही है।

पीएम मोदी को घाना का सर्वोच्च सम्मान मिलने पर उन्होंने कहा कि यह हम लोगों को लिए गर्व की बात है। यह सिर्फ प्रधानमंत्री का सम्मान नहीं बल्कि देश के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है। जब भी प्रधानमंत्री विदेश जाते हैं, हम यह मानते हैं कि वह अकेले नहीं जाते, देश की सभ्यता, संस्कृति और संस्कार भी उनके साथ चलते हैं। पीएम मोदी देश के नेता नहीं वैश्विक नेता हैं और हर जगह उनकी लोकप्रियता है। इसलिए हर देश उन्हें सम्मान की नजरों से देखता है।

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आपदा को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की तैयारियां पूरी हैं। हमने बरसात से पहले ही एक समीक्षा बैठक की है और सचिव स्तर पर सभी कलेक्टर को निर्देश दिए हैं। यदि कहीं पर बाढ़ आपदा या फिर कोई संकट आता है उससे तत्काल कैसे निपटें, इस पर चर्चा हुई है। बस्तर इंद्रावती तथा अन्य नदियों के कारण बाढ़ आ जाती है। इसके मद्देनजर सरकार ने तमाम वैकल्पिक व्यवस्था की है।

टंकाराम वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में आगामी 7 से 9 जुलाई तक चिंतन शिविर का आयोजन हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी में हमेशा प्रशिक्षण चलता रहता है, इस प्रशिक्षण से हमेशा लाभ भी होता है। हम सबको एक ऊर्जा मिलती है। कार्यकर्ताओं की काम करने की क्षमता बढ़ती है। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ आम आदमी तक कैसे लेकर जाएं और सरकार की योजनाओं का आम आदमी को कैसे लाभ मिले, इसको लेकर चिंतन शिविर में चर्चा होगी।

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Created On :   3 July 2025 10:39 PM IST

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