राजनीति: सच्चे नेता की पहचान सफेद शर्ट पहनना नहीं, समर्पण और ईमानदारी सबसे बड़ा गुण के अन्नामलाई

सच्चे नेता की पहचान सफेद शर्ट पहनना नहीं, समर्पण और ईमानदारी सबसे बड़ा गुण  के अन्नामलाई
तमिलनाडु भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने चेन्नई के उथांडी स्थित सुथानंद आश्रम में हिंदू फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक राजनीतिक प्रशिक्षण शिविर में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। दो दिन के लिए आयोजित होने वाले इस शिविर में 70 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।

चेन्नई, 12 जुलाई (आईएएनएस)। तमिलनाडु भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने चेन्नई के उथांडी स्थित सुथानंद आश्रम में हिंदू फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक राजनीतिक प्रशिक्षण शिविर में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। दो दिन के लिए आयोजित होने वाले इस शिविर में 70 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।

भाजपा नेता के अन्नामलाई ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक सच्चा नेता कोई भी व्यक्ति अपने कार्यों और समर्पण से बनता है, न कि केवल माइक्रोफोन थामने या सफेद शर्ट पहनने से।

उन्होंने महात्मा गांधी जैसे तमाम नेताओं का उदाहरण देते हुए कहा कि इन लोगों ने बिना किसी आधिकारिक पद के अपना अधिकांश जीवन राष्ट्र के लिए काम करते हुए बिताया।

के अन्नामलाई ने आगे कहा कि एक नेता बनने के लिए व्यक्ति में जाति, धर्म और विचारधारा के मतभेदों से ऊपर उठने की क्षमता होनी चाहिए। एक सच्चा नेता वह होता है जो व्यक्तिगत लाभ नहीं चाहता, बल्कि व्यापक भलाई के लिए काम करता है। और वह कोई भी काम बदले की भावना से नहीं करता है।

अन्नामलाई ने उभरते हुए नेताओं को नेल्सन मंडेला और महात्मा गांधी जैसे महान नेताओं के अनुभवों से सीखने के लिए उनके बारे में किताबें पढ़ने की सलाह दी। उन्होंने नेतृत्व में ईमानदारी, कड़ी मेहनत और आत्म-अनुशासन के महत्व पर भी जोर दिया। के अन्नामलाई ने कहा कि एक नेता का चरित्र उसके कार्यों से परिभाषित होता है, न कि केवल उसके शब्दों से।

अन्नामलाई ने नई पीढ़ी के उभरते हुए नेताओं को नए जमाने के हिसाब से आगे बढ़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है और नेताओं को इन बदलावों के साथ तालमेल बिठाने की जरूरत है।

उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप का उदाहरण दिया, जो अपने बयानों में व्याकरण संबंधी गलतियां करने के बावजूद लोगों से जुड़ने और बदलाव लाने में सक्षम रहे। अन्नामलाई ने लोगों तक पंहुच बनाने के लिए नई तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया।

अन्नामलाई ने विभिन्न दलों के नेताओं सहित विभिन्न नेताओं की खूबियों और कमजोरियों का अध्ययन करने की सलाह दी। उन्होंने दूसरों से सीखने के साथ-साथ अपने विशिष्ट चरित्र और पहचान को बनाए रखने के महत्व पर भी जोर दिया। उनके अनुसार एक नेता का व्यक्तित्व ही उसे अलग और प्रभावी बनाता है।

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Created On :   12 July 2025 10:54 PM IST

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