स्वास्थ्य/चिकित्सा: मकरासन से मिलेगी शांति, आयुष मंत्रालय ने बताया इसका सही तरीका और फायदे

नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)। आज के समय में हर कोई किसी न किसी तनाव में जी रहा है। बच्चे पढ़ाई का बोझ लेकर परेशान हैं, बड़े दफ्तर और नौकरी की चिंता में उलझे हैं, तो बुजुर्ग अपने शरीर की तकलीफों से जूझ रहे हैं। सुबह से शाम तक भागदौड़, काम का दबाव, अनियमित खानपान और मोबाइल पर बढ़ता समय हमारी जीवनशैली को इस कदर बदल चुका है कि अब लोग छोटी उम्र में ही तरह-तरह की बीमारियों से घिरते जा रहे हैं। ऐसे में शरीर और मन को एक साथ स्वस्थ रखने का सबसे आसान और प्रभावशाली उपाय योग माना जाता है।
योग न सिर्फ शरीर को, बल्कि मन और आत्मा को भी संतुलन में लाता है। योग के कई आसनों में से एक है मकरासन, जो न सिर्फ शारीरिक थकावट दूर करता है, बल्कि मानसिक तनाव से भी राहत दिलाता है। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने मकरासन को लेकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट साझा किया है, जिसमें इसके लाभों के साथ-साथ सावधानियों के बारे में भी बताया गया है।
मकरासन संस्कृत का शब्द है, जिसमें 'मकर' का अर्थ है मगरमच्छ और 'आसन' का अर्थ बैठने या लेटने की मुद्रा से है। यह आसन करते समय शरीर मगरमच्छ की तरह शांत, स्थिर और विश्राम की अवस्था में होता है। आयुष मंत्रालय के अनुसार, यह आसन शरीर को डीप रिलैक्सेशन प्रदान करता है और विशेष रूप से पीठ की समस्याओं में लाभदायक है। यह थकावट को दूर करता है, तनाव को कम करता है और शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार करता है। मंत्रालय ने कहा है कि मकरासन करते समय ऐसा अनुभव होता है जैसे कोई मगरमच्छ शांत पानी में तैर रहा हो।
मकरासन करने की प्रक्रिया बेहद आसान है। इसके लिए योगा मैट पर पेट के बल लेट जाना है। दोनों पैरों को थोड़ा अलग कर लें और पंजों को बाहर की ओर फैला दें। फिर दोनों हाथों को मोड़कर एक हथेली को दूसरी के ऊपर रखें और ठुड्डी को हथेलियों पर टिकाएं। आंखें बंद करें और शरीर को बिल्कुल ढीला छोड़ दें। धीरे-धीरे लंबी और गहरी सांस लें और मन को पूरी तरह से सांसों पर केंद्रित करें। यह मुद्रा शरीर को पूरी तरह से विश्राम की स्थिति में ले आती है। अगर नियमित रूप से इसका अभ्यास किया जाए तो इसका प्रभाव कुछ ही दिनों में दिखने लगता है।
मकरासन करने से पीठ, कमर और कंधों में होने वाला दर्द कम होता है। जो लोग लंबे समय तक एक ही जगह बैठकर काम करते हैं, उनके लिए यह आसन बेहद लाभकारी है। इसके अलावा, यह आसन मानसिक तनाव को दूर करता है, मन को शांत करता है और अनिद्रा जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। यह आसन श्वास प्रणाली को भी बेहतर बनाता है और शरीर की थकावट दूर करता है। बच्चों में एकाग्रता की कमी हो तो मकरासन उन्हें मानसिक स्थिरता देता है।
हालांकि, आयुष मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि मकरासन कुछ स्थितियों में नहीं करना चाहिए। अगर महिला गर्भवती है या किसी व्यक्ति को कंधों में अत्यधिक जकड़न की समस्या है तो उसे इस आसन से बचना चाहिए। इसके अलावा, यदि पीठ या कमर में गंभीर चोट है तो भी पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है।
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Created On :   24 Aug 2025 9:07 AM IST