राजनीति: विपक्ष को सम्मान नहीं देती है सरकार मृत्युंजय तिवारी

विपक्ष को सम्मान नहीं देती है सरकार  मृत्युंजय तिवारी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के देश के 15वें उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होने को लेकर राजनीति तेज हो गई है। राहुल गांधी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होने पर राजद की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार का अंग है, लेकिन सत्ता पक्ष, विपक्ष को सम्मान नहीं देता है।

पटना, 12 सितंबर (आईएएनएस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के देश के 15वें उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होने को लेकर राजनीति तेज हो गई है। राहुल गांधी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होने पर राजद की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार का अंग है, लेकिन सत्ता पक्ष, विपक्ष को सम्मान नहीं देता है।

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के उपराष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचने के बारे में कांग्रेस ही बता पाएगी। मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि सत्ता पक्ष की ओर से विपक्ष का सम्मान नहीं किया जाता और मजाक उड़ाने का काम किया जाता है। विपक्ष भी सरकार का अंग होता है, लेकिन ये सरकार विपक्ष को समाप्त करने में लगी हुई है।"

बिहार कांग्रेस के एआई वीडियो पर मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "प्रधानमंत्री की 'मां' हो या दुनिया में किसी और की 'मां', सबका सम्मान होना चाहिए। हमारे देश को 'भारत मां' का दर्जा दिया गया है और यहां 'मां' का सम्मान होना चाहिए। कोई भी अगर अपशब्द कहता है तो उस पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।"

राजद प्रवक्ता ने बिहार बंद को लेकर सरकार से सवाल किया। उन्होंने कहा, "'मां' के मुद्दे पर बिहार में बंद कराया गया था, लेकिन बिहार की माता-बहनों ने इस मुद्दे को खारिज कर दिया। कितनी माता-बहनों का अपमान हुआ, इसका जवाब लोग सरकार से चाहते हैं। कांग्रेस ने आईना दिखाया है, लेकिन सियासत में 'मां' को लाना उचित नहीं। भावनाओं पर खेलकर वोट लेना गलत है, मां के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।"

राजद प्रवक्ता तिवारी ने भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप के मैच को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "हमारे देश के नागरिकों की जान आतंकियों ने ली है। लगातार सवाल उठते हैं कि आतंक को पनाह कौन देता है? आतंकी घटनाओं के तार कहां से जुड़े हैं, यह सरकार ही बता सकती है। प्रधानमंत्री खुद कहते हैं कि 'एक साथ खून और पानी नहीं बहेगा', लेकिन खेल भावना का सम्मान किया जाना चाहिए, क्योंकि खेल सशक्त माध्यम है, जो सांप्रदायिक सौहार्द, सद्भावना और भाईचारे का माहौल बनाता है। खेल भावना में अगर राजनीति आ जाए तो राजनीति निखर जाती है, लेकिन खेल में राजनीति आने से खेल चौपट हो जाता है।"

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   12 Sept 2025 1:34 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story