आपदा: पंजाब एसपी सिंह बघेल ने किया बाढ़ग्रस्त गांवों का दौरा, किसानों की मांगों पर केंद्र को भेजेंगे रिपोर्ट

मोगा, 16 सितंबर (आईएएनएस)। पंजाब में बाढ़ से आई संकट के बीच केंद्रीय राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने मंगलवार को मोगा के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर जीरो ग्राउंड पर स्थिति का जायजा लेते हुए उन्होंने अधिकारियों को तत्काल राहत के निर्देश दिए।
गांव साफुवाला और आसपास के क्षेत्रों का दौरा करते हुए मंत्री बघेल ने देखा कि खेतों में न केवल रेत, बल्कि 5-6 फीट मोटी गाद जमी हुई है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गाद हटाने के लिए किसानों को विशेष सहायता उपलब्ध कराई जाए, क्योंकि इससे फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं और अगली फसल बोने में भारी मुश्किल होगी।
उन्होंने कहा, "खेतों में इतनी गाद है कि किसानों को दो फसलें गंवानी पड़ सकती हैं। केंद्र सरकार इसकी भरपाई सुनिश्चित करेगी।" इस दौरान किसानों ने केंद्र सरकार के नाम मांग पत्र सौंपा, जिसको संज्ञान में लेते हुए बघेल ने आश्वासन दिया कि वे इन्हें केंद्र को भेजेंगे और उचित कार्रवाई होगी।
प्रेस वार्ता में मंत्री ने केंद्र के राहत पैकेज के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा कर स्थिति का आकलन किया और पंजाब के लिए 1,600 करोड़ रुपए की विशेष सहायता जारी की। इसके अलावा, राज्य सरकार को 12,000 करोड़ रुपए के एसडीआरएफ फंड से तत्काल राहत देने के निर्देश दिए गए। पीएम मोदी ने खुद प्रभावितों से बात की और जरूरतों का मूल्यांकन किया। भाजपा शासित राज्यों ने भी 5 करोड़ रुपए प्रत्येक का योगदान दिया है। किसानों के खातों में 2,000-2,000 रुपए की सहायता पहुंच रही है।"
मान सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा, "केंद्र की फसल बीमा योजना लागू नहीं की, वरना नदी किनारे रहने वाले किसानों को बड़ा लाभ मिलता।" उन्होंने चेतावनी दी कि पानी उतरने के बाद समस्याएं और बढ़ेंगी, इसलिए राहत कार्य तेज करें।"
मंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं की एक कमेटी गठित करने की घोषणा भी की, जो घर-घर जाकर दैनिक जरूरतों की वस्तुएं वितरित करेगी। उन्होंने सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं की सराहना की, जो राहत कार्यों में सक्रिय हैं।
बता दें कि पंजाब में अगस्त के अंत से जारी बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। रावी, ब्यास और सतलुज नदियों के उफान पर आने से 14 जिलों के 1,018 गांव प्रभावित हुए हैं, जहां 61,632 हेक्टेयर कृषि भूमि डूब गई। मोगा जिले में चार गांव बुरी तरह प्रभावित हुए, जहां 4,000 से 6,000 एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है।
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Created On :   16 Sept 2025 9:23 PM IST