कर्नाटक में कांग्रेस के दलित नेताओं ने की रात्रिभोज बैठक, अधिक उपमुख्य मंत्री पदों के लिए डाला दबाव

कर्नाटक में कांग्रेस के दलित नेताओं ने की रात्रिभोज बैठक, अधिक उपमुख्य मंत्री पदों के लिए डाला दबाव
बेंगलुरु, 5 जनवरी (आईएएनएस) । कार सेवक की गिरफ्तारी पर भाजपा के चौतरफा हमले के बीच, कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की अंदरूनी कलह सामने आ गई है और प्रमुख दलित नेता यहां बैठक कर रहे हैं और अधिक उपमुख्यमंत्री बनाने पर जोर दे रहे हैं।

बेंगलुरु, 5 जनवरी (आईएएनएस) । कार सेवक की गिरफ्तारी पर भाजपा के चौतरफा हमले के बीच, कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की अंदरूनी कलह सामने आ गई है और प्रमुख दलित नेता यहां बैठक कर रहे हैं और अधिक उपमुख्यमंत्री बनाने पर जोर दे रहे हैं।

बैठक पीडब्ल्यूडी मंत्री और प्रमुख दलित नेता सतीश जारकीहोली के आवास पर हुई। गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर, समाज कल्याण मंत्री डॉ. एच.सी. महादेवप्पा, खाद्य मंत्री के.एच. मुनियप्पा और सहकारिता मंत्री के.एन. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया खेमे से ताल्लुक रखने वाले राजन्ना रात्रिभोज पार्टी के बाद बैठक में शामिल हुए।

सूत्रों ने बताया कि यह बैठक डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार को नियंत्रित करने की रणनीति बनाने के लिए आयोजित की गई थी। शिवकुमार की नजर सीएम पद पर है। सीएम सिद्धारमैया ने चतुराई से अपने वफादारों के माध्यम से अधिक डिप्टीसी एम बनाने के मामले को सामने लाया। इस कदम ने शिवकुमार को अपनी वर्तमान स्थिति बचाने के लिए संघर्ष करने के लिए मजबूर कर दिया है।

बैठक गुरुवार को देर रात तक चली और सूत्रों ने बताया कि नेताओं ने दो और डिप्टी सीएम पद बनाने और उनमें से एक दलित समुदाय को देने की मांग आलाकमान के सामने रखने का फैसला किया।

मंत्री जारकीहोली अपनी नई दिल्ली यात्रा के दौरान पहले ही तीन डिप्‍टी सीएम पदों की मांग आलाकमान के सामने रख चुके हैं। उन्होंने कहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उन्होंने दलित और अल्पसंख्यक नेताओं को डिप्टी सीएम बनाने पर चर्चा की थी।

जारकीहोली ने आगे कहा था कि उन्होंने शीर्ष नेतृत्व के ध्यान में अपने समर्थकों और धार्मिक मठाधीशों की यह मांग भी रखी थी कि उन्हें डिप्टी सीएम पद मिलना चाहिए।

मंत्री राजन्ना ने कहा कि सिद्धारमैया पूरे कार्यकाल के लिए सीएम बने रहेंगे, और उन्होंने तीन डिप्टी सीएम पदों के सृजन की वकालत की।

सीएम सिद्धारमैया के खेमे की मांग है कि अगर कर्नाटक में सत्ता परिवर्तन होता है, तो सीएम का पद किसी दलित नेता को दिया जाना चाहिए। इससे शिवकुमार के लिए चीजें और अधिक जटिल हो गई हैं।

कांग्रेस आलाकमान के पसंदीदा शिवकुमार अपनी स्थिति मजबूत करने और सावधानीपूर्वक कदम उठाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उनका खेमा इस बात पर कायम है कि वह कर्नाटक में 2.5 साल के कार्यकाल के लिए सीएम बनने जा रहे हैं।

--आईएएनएस

सीबीटी

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Created On :   5 Jan 2024 11:28 AM IST

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