पहली बार सोलर बोट के जरिए सरयू यात्रा कराएगी सरकार

पहली बार सोलर बोट के जरिए सरयू यात्रा कराएगी सरकार
अयोध्या, 16 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या सोलर सिटी के रूप में विकसित हो रही है। ऐसे में अब यहीं से सोलर बोट की भी शुरुआत हो रही है। इस बोट से श्रद्धालु सरयू नदी के दर्शन पूजन कर सकेंगे तो जल पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

अयोध्या, 16 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या सोलर सिटी के रूप में विकसित हो रही है। ऐसे में अब यहीं से सोलर बोट की भी शुरुआत हो रही है। इस बोट से श्रद्धालु सरयू नदी के दर्शन पूजन कर सकेंगे तो जल पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा अभिकरण (यूपीनेडा) ने अयोध्या की सरयू नदी में इस बोट सर्विस के नियमित संचालन की रूपरेखा तैयार कर ली है। इस बोट को सरयू घाट के किनारे असेंबल किया गया है तथा देश के विभिन्न कोनों से इसके कल-पुर्जे व अन्य साजो-सामान मंगाए गए हैं। फिलहाल, एक बोट को कंप्लीट कर लिया गया है तथा इसके टेस्टिंग फेज की प्रक्रिया जारी है।

माना जा रहा है कि 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पूर्व सीएम योगी इसका उद्घाटन करेंगे। आने वाले दिनों में ऐसी अन्य बोटों के नियमित संचालन का मार्ग प्रशस्त होगा। यह सोलर पावर इनेबल्ड बोट क्लीन एनर्जी से संचालन की परिकल्पना के आधार पर कार्य करती है। यह ड्यूल मोड ऑपरेटिंग बोट है जो 100 प्रतिशत सोलर इलेक्ट्रिक पावर बेस पर काम करती है। इसे सोलर एनर्जी से चार्ज करने के साथ ही इलेक्ट्रिक एनर्जी के जरिए भी ऑपरेट किया जा सकता है।

सबसे खास बात यह है कि यह बोट कैटामरैन केटेगरी की है, जिसके अंतर्गत दो हल स्ट्रक्चर्स को जोड़कर एक बोट स्ट्रक्चर में कन्वर्ट किया जा सकता है। बोट फाइबरग्लास बॉडी युक्त है जोकि लाइट वेट व हेवी ऑपरेशन ड्यूरेबल मैटेरियल से बनी है। साथ ही, बोट के संचालन के दौरान किसी प्रकार के ध्वनि या पर्यावरणीय प्रदूषण नहीं होता है। इस बोट में एक बार में 30 लोग यात्रा कर सकेंगे तथा यह सरयू नदी में नया घाट से संचालित होगी।

इस बोट टूर का ट्रैवलिंग ड्यूरेशन एक घंटे से लेकर 45 मिनट के आसपास रखा जाएगा, जिसमें सरयू नदी के किनारे स्थित विभिन्न ऐतिहासिक मंदिरों व धरोहरों का दर्शन यात्री कर सकेंगे। हालांकि, बोट की ऑपरेटिंग कैपेसिटी इससे कहीं ज्यादा है और पूरी तरह चार्ज होने पर 5 से 6 घंटे तक के प्रोपल्शन टाइमफ्रेम को मैनेज किया जा सकता है। इस बोट को पुणे की सनी बोट्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से असेंबल किया गया है। जबकि, चेन्नई की रॉ सोर्स प्राइवेट लिमिटेड इसमें सोलर व प्रोपल्शन पार्टनर की भूमिका निभा रहा है।

यूपीनेडा के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण नाथ पांडेय ने बताया कि यह बोट 12 किलोवॉट इलेक्ट्रिक आउटबोर्ड ट्विन मोटर आधारित है। बोट में 46 किलोवॉट प्रति घंटा क्षमता वाली एलेपटी बैटरी लगाई गई है। बोट 30 पैसेंजर्स व 2 क्रू के लिहाज से ऑपरेशनल होगी। 17 से 18 तारीख के बीच बोट तमाम टेस्टिंग प्रक्रियाओं से गुजरेगी, जिसमें जलावरतण भी शामिल होगा। आगामी 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले इसका उद्घाटन हो जाएगा। बोट रिमोट व्यूइंग जैसी क्लास अपार्ट फैसिलिटी से भी लैस है।

यूपीनेडा द्वारा विकसित बोट को 3.3 किलोवॉट रूफ टॉप सोलर पैनल्स के जरिए संचालित किया जा रहा है। बोट की रूफटॉप पर कुल 6 सोलर पैनल लगे हैं जोकि 550 वॉट पावर ऊर्जा का उत्पादन करते हैं। यह बोट लाइट वेट मैटीरियल और क्लीन एनर्जी बेस्ड होने के कारण नदी में संचालन के दौरान हाई स्पीड पर ऑपरेट होने में सक्षम है और क्रूजिंग के लिहाज से इसकी स्पीड 6 नॉट्स रहेगी। जबकि, यह 9 नॉट्स की टॉप स्पीड को भी प्राप्त कर सकता है। फिलहाल, इस बोट के संचालन के लिए शोर बेस्ड जेटी में मीटर पावर प्लग सोर्स की भी व्यवस्था की जा रही है। बोट रिमोट व्यूइंग कैपेसिटी से लैस है, जिसके जरिए बोट के बैटरी व सोलर पैरामीटर्स का निरीक्षण रिमोट व्यूइंग के जरिए कहीं से भी किया जा सकता है।

--आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

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Created On :   16 Jan 2024 2:29 PM IST

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