अंतरराष्ट्रीय: किम जोंग-उन सैन्य परेड में पुतिन और शी के साथ शामिल हुए, 66 वर्षों में पहली बार तीनों देश के नेता साथ

किम जोंग-उन सैन्य परेड में पुतिन और शी के साथ शामिल हुए, 66 वर्षों में पहली बार तीनों देश के नेता साथ
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन, रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग बुधवार को बीजिंग में एक सैन्य परेड के दौरान एक साथ खड़े हुए। 66 साल में यह पहली बार था जब इन तीनों देशों के नेता मिले।

बीजिंग, 3 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन, रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग बुधवार को बीजिंग में एक सैन्य परेड के दौरान एक साथ खड़े हुए। 66 साल में यह पहली बार था जब इन तीनों देशों के नेता मिले।

किम का तियानमेन स्क्वायर की दर्शक दीर्घा में पुतिन और शी के साथ खड़ा होना पश्चिमी देशों के विरोध में उनकी त्रिपक्षीय एकजुटता का एक बड़ा प्रदर्शन है।

एक काले सूट और सुनहरे रंग की टाई पहने, किम समारोह से पहले धीरे-धीरे तियानमेन स्क्वायर के मुख्य द्वार में चले, जहां लाल कालीन पर शी ने अन्य राष्ट्राध्यक्षों के साथ उनका स्वागत किया, जिसमें पुतिन भी शामिल थे। शी ने किम और पुतिन का अभिवादन किया। इस दौरान तीनों नेताओं के बीच अच्छा तालमेल और वार्तालाप देखा गया।

चीन, रूस और उत्तर कोरिया के बीच एकजुटता प्रदर्शित करते हुए तीनों नेता मंच पर एक साथ पहुंचे और आपस में दोस्ताना बातचीत की। तीनों नेता तियानमेन चौक पर भव्य समारोह के साथ परेड शुरू होने तक बातचीत करते रहे। इस परेड के जरिए चीन ने जापान पर अपनी जीत और द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ मनाई। इस दौरान वे तीनों नेता एक दूसरे के बगल में खड़े थे।

यह 66 साल में पहली बार है जब इन तीन देशों के नेता एक साथ आए हैं। इससे पहले 1959 में उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल-सुंग, चीन के संस्थापक माओत्से तुंग और सोवियत संघ के पूर्व प्रधानमंत्री निकिता ख्रुश्चेव ने इसी चौक पर एक समान सैन्य परेड में भाग लिया था।

यह किम, शी और पुतिन की भी पहली मुलाकात है। इन तीनों नेताओं को संयुक्त राज्य अमेरिका के विरोधी के तौर पर जाना जाता रहा है। ऐसे में उनका एक साथ आना, अमेरिका के नेतृत्व वाली विश्व व्यवस्था के सामने उनकी आपसी एकजुटता का एक मजबूत संकेत होगा।

परेड में दिए गए एक भाषण में, शी जिनपिंग ने कहा कि चीनी जनता के 'पुनरुद्धार' की सराहना की और कहा कि मानवता एक बार फिर युद्ध या शांति के बीच एक विकल्प के दौर से गुजर रही है।

यह किम जोंग उन के लिए भी एक ऐतिहासिक क्षण है। चीनी सैन्य परेड में उनका भाग लेना चीन के साथ पारंपरिक रूप से घनिष्ठ संबंधों को बहाल करने और अपनी लंबे समय से चली आ रही अलग-थलग वाली छवि को खत्म करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

कुछ लोगों का यह भी अनुमान है कि किम अमेरिका के साथ संभावित वार्ता बहाली से पहले अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए चीन के साथ संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।

दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय खुफिया सेवा (एनआईएस) का आकलन है कि किम शी और पुतिन के साथ अलग-अलग शिखर सम्मेलन कर सकते हैं, हालांकि त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन की संभावना कम है।

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Created On :   3 Sept 2025 2:19 PM IST

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