विज्ञान/प्रौद्योगिकी: परप्लेक्सिटी ने चैटजीपीटी को पीछे छोड़ एप्पल ऐप स्टोर पर शीर्ष स्थान किया हासिल

नई दिल्ली, 18 जुलाई (आईएएनएस)। ग्लोबल एआई रेस में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में अरविंद श्रीनिवास के नेतृत्व वाले परप्लेक्सिटी एआई ने ओपनएआई के चैटजीपीटी को पीछे छोड़ते हुए एप्पल ऐप स्टोर पर फ्री ऐप्स में शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है।
यह तेज उछाल टेलीकॉम ऑपरेटर एयरटेल के साथ एक रणनीतिक गठबंधन के बाद देखा गया, जिसमें एयरटेल अब अपने ग्राहकों को प्रीमियम परप्लेक्सिटी प्रो सब्सक्रिप्शन की मुफ्त सुविधा प्रदान की जा रही है, जिसकी कीमत 17,000 रुपए प्रति वर्ष है।
परप्लेक्सिटी प्रो के जरिए जीपीटी-4.1, ग्रोक 4 और इमेज जेनरेशन टूल्स जैसे कई स्टेट-ऑफ-द आर्ट एआई मॉडल तक पहुंच संभव हो पाई है।
इसके अतिरिक्त, यह भुगतान न करने वाले यूजर्स को कंपनी के एक्सक्लूसिव कॉमेट ब्राउजर तक शीघ्र पहुंच प्रदान करता है, जो वर्तमान में केवल इनवाइट पर ही उपलब्ध है।
हालांकि परप्लेक्सिटी आईओएस चार्ट में सबसे ऊपर है, फिर भी चैटजीपीटी अभी भी गूगल प्ले स्टोर पर सबसे लोकप्रिय ऐप है, जहां परप्लेक्सिटी अभी तक दिखाई नहीं दिया है।
एक और मजबूत दावेदार, गूगल का जेमिनी है, जो वर्तमान में ऐप स्टोर के फ्री ऐप्स की सूची में पांचवें स्थान पर है।
अपनी लोकप्रियता वापस पाने के लिए, सैम ऑल्टमैन के निर्देशन में ओपनएआई अपने नए जारी किए गए चैटजीपीटी एजेंट पर निर्भर है, जो एक सामान्य-उद्देश्य वाला असिस्टेंट है और ईमेल पढ़ने, वेब ब्राउजिंग और प्रेजेंटेशन क्रिएशन जैसे कामों को कर सकता है।
कंपनी की लोकप्रियता कुछ महीने पहले और भी पुख्ता हो गई जब इसका जीपीटी-4-संचालित इमेज जनरेशन दुनिया भर में वायरल हो गया।
हालांकि, इस तेजी से विकसित हो रहे एआई इकोसिस्टम में रुझान अल्पकालिक होते हैं। ग्रोक 3 के रिलीज होने और वायरल हुए घिबली स्टाइल इमेज ट्रेंड के बाद एलन मस्क के ग्रोक में लोगों की रुचि में उछाल देखा गया, जबकि चीनी एआई कंपनी डीपसीक ने इस साल की शुरुआत में अपने मॉडलों के साथ चैटजीपीटी को सीधे चुनौती देकर सुर्खियां बटोरीं।
2022 में स्थापित, परप्लेक्सिटी जनरेटिव एआई के क्षेत्र में एक पावरफुल फोर्स बन गया है।
इस स्टार्टअप ने पिछले साल अपने मूल्यांकन को 1 अरब डॉलर से तीन गुना बढ़ाकर 3 अरब डॉलर कर अपनी तीव्र वृद्धि और रणनीतिक दृष्टि में निवेशकों और यूजर्स का विश्वास प्रदर्शित किया है।
भविष्य में एआई टूल्स के उपयोग के मामलों को देखते हुए, यह आगे भी फल-फूल सकता है।
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Created On :   18 July 2025 3:03 PM IST