राष्ट्रीय: कुमारस्वामी की सीएम सिद्दारमैया को चुनौती, हिम्मत है तो जाति जनगणना रिपोर्ट स्वीकार करें

कुमारस्वामी की सीएम सिद्दारमैया को चुनौती, हिम्मत है तो जाति जनगणना रिपोर्ट स्वीकार करें
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जद (एस) के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को चुनौती दी। पूर्व सीएम ने कहा कि यदि उनमें क्षमता है तो उन्हें राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष एच. कंथाराज द्वारा तैयार की गई जाति रिपोर्ट को स्वीकार करना चाहिए।

बेंगलुरु, 30 जनवरी (आईएएनएस)। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जद (एस) के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को चुनौती दी। पूर्व सीएम ने कहा कि यदि उनमें क्षमता है तो उन्हें राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष एच. कंथाराज द्वारा तैयार की गई जाति रिपोर्ट को स्वीकार करना चाहिए।

यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि सीएम सिद्दारमैया ने घोषणा की थी कि वह विवादास्पद रिपोर्ट स्वीकार करेंगे।

कुमारस्वामी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि यदि कंथाराज रिपोर्ट दोषरहित है तो उसे स्वीकार करें। सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने दावा किया है कि यह रिपोर्ट अवैज्ञानिक (अनसाइंटिफिक) है। कुमारस्वामी ने कसा तंज, ''सीएम सिद्दारमैया रिपोर्ट को स्वीकार क्यों नहीं कर रहे हैं, जबकि उन्हें सत्ता में आए लगभग एक साल हो गया है?

उन्होंने सवाल किया कि क्या सदस्य सचिव के हस्ताक्षर रहित रिपोर्ट को स्वीकार किया जा सकता है?

अगर यह गरीब परिवारों के लिए आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक रूप से मददगार होगा तो मेरी पार्टी समर्थन देगी।

अगर इसे ईमानदारी से लागू किया गया तो हम भी बिना शर्त समर्थन देंगे।''

पूर्व सीएम ने कहा कि उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने कहा था कि वह राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह के संबंध में जानकारी जनता के सामने रखेंगे।

अगर भाजपा ऐसी गतिविधियों में शामिल होती है जो कानून के खिलाफ हैं, तो मैं उनका समर्थन नहीं करूंगा।

कुमारस्वामी ने कहा कि यह जनता का पैसा है जो राज्य में 'गारंटी योजनाओं' पर खर्च किया जा रहा है। यह कांग्रेस पार्टी का पैसा नहीं है।'

हनुमान ध्वज विवाद पर कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या केसरिया शॉल ओढ़ना गलत है? जब मैं एक दलित के कार्यक्रम में शामिल होने गया था तो मैंने नीला शॉल ओढ़ रखा था। केसरिया को लेकर कांग्रेस नेताओं की ओछी मानसिकता है। तिरंगे में कौन सा रंग है? अगर केसरिया रंग हटा दिया जाए तो क्या यह तिरंगा होगा?

कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेताओं से पूछा, ''कांग्रेस ने मांड्या जिले के केरागोडु में झंडा फहराने के लिए अधिकारियों को सौंपे गए पत्र को फर्जी बताया है। अगर मैंने कुछ भी गलत किया है, तो मुझे फांसी पर चढ़ा दो। लेकिन, यदि आप दोषी हैं, तो क्या किया जाना चाहिए?''

कांग्रेस नेताओं ने कुमारस्वामी पर सिलसिलेवार हमले करते हुए आरोप लगाया था कि हनुमान ध्वज विवाद के माध्यम से वह दक्षिण कर्नाटक क्षेत्र की शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

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Created On :   30 Jan 2024 8:49 PM IST

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