राजनीति: बिजली, बाढ़ और कानून व्यवस्था को लेकर यूपी विधानसभा में विपक्षी दलों का हंगामा

बिजली, बाढ़ और कानून व्यवस्था को लेकर यूपी विधानसभा में विपक्षी दलों का हंगामा
उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र का आज पहला दिन है। सत्र शुरू होने के कुछ देर बाद ही सपा के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा करते हुए सदस्य तख्तियां लेकर वेल तक पहुंच गए। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदस्यों को शांत कराने का प्रयास किया।

लखनऊ, 29 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र का आज पहला दिन है। सत्र शुरू होने के कुछ देर बाद ही सपा के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा करते हुए सदस्य तख्तियां लेकर वेल तक पहुंच गए। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदस्यों को शांत कराने का प्रयास किया।

उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने बिजली, बाढ़ और कानून व्यवस्था के मुद्दों को लेकर सदन में आकर विरोध प्रदर्शन किया। सपा विधायक जाहिद बेग एनसीआरबी की रिपोर्ट शर्ट पर चिपकाकर विधानसभा पहुंचे। अपना दल (कमेरावादी) की प्रमुख पल्लवी पटेल विधानसभा पहुंचीं। उनसे पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात को लेकर सवाल पूछा। वह बिना जवाब दिए ही आगे बढ़ गईं।

नेता प्रतिपक्ष और सपा विधायक माता प्रसाद पांडेय ने कहा, राज्य इस समय बहुत गंभीर मुद्दों का सामना कर रहा है, बाढ़, कानून व्यवस्था की समस्या और भ्रष्टाचार भी।

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उनसे कहा कि हम इन सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे। आप विपक्ष के नेता हैं, आपको नोटिस देने का अधिकार है, हम इन सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे। सरकार जवाब देने के लिए तैयार है।

इस दौरान सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान ने उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में दवा की कमी है। मंत्री के कहने पर भी डॉक्टर नियुक्त नहीं हुए। लगता है विभाग में मंत्री का इकबाल बुलंद नहीं है। लगता है उनका इकबाल दिल्ली चला गया।

उनके आरोपों पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि पूरे देश में चिकित्सक की कमी है। एमबीबीएस डॉक्टर बनने में साढ़े पांच साल और पीजी डॉक्टर को साढ़े 8 साल लग जाते हैं।

सपा विधायक रागनी सोनकर ने कहा, हमारे डॉक्टर ही बीमार हो रहे हैं। यह चिकित्सा मंत्री और विभाग के लिए शर्मनाक है। कैंसर मरीज की संख्या में यूपी नंबर वन है। क्या सरकार कैंसर मरीजों का इलाज उपलब्ध कराएगी? क्या सरकार निजी अस्पताल को सम्बद्ध करते हुए निशुल्क इलाज की व्यवस्था करेगी।

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आयुष्मान भारत में इलाज की निशुल्क व्यवस्था है। एम्बुलेंस भी उपलब्ध है। 74 जिलों में डायलिसिस की सुविधा है। टीबी मरीजों के लिए पोषण सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं। सभी जिला अस्पताल में आईसीयू बनाया गया है। सीएम सहायता कोष से बिना किसी भेदभाव के इलाज के लिए सहायता दी जा रही है। ​​​​जौनपुर मेडिकल कॉलेज सपा सरकार में बनना शुरू हुआ। टाटा कम्पनी को ठेका मिला। उन्होंने एक करीबी ठेकेदार को काम दिलाया। वह ठेकेदार भाग गया। सपा भ्रष्टाचार की जननी है। योगी सरकार जांच भी कराएगी और जेल भी भेजेगी।

सपा के बागी विधायक अभय सिंह और राकेश पांडेय को पीछे बैठाया गया है। सत्र से पहले मुख्यमंत्री योगी और दोनों उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक एक साथ नजर आए।

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Created On :   29 July 2024 12:25 PM IST

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