आसियान सम्मेलन अमेरिका-मलेशिया के रक्षा प्रमुखों ने दक्षिण चीन सागर में 'ड्रैगन' के बढ़ते दबदबे पर जताई चिंता

आसियान सम्मेलन अमेरिका-मलेशिया के रक्षा प्रमुखों ने दक्षिण चीन सागर में ड्रैगन के बढ़ते दबदबे पर जताई चिंता
संयुक्त राज्य अमेरिका और मलेशिया के रक्षा प्रमुखों ने गुरुवार को दक्षिण चीन सागर में समुद्री सुरक्षा के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता को पुनः दोहराया। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जलमार्ग में चीन के बढ़ते दबदबे को लेकर चिंताओं के बीच दोनों ने रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए कदम उठाने पर जोर दिया।

कुआलालंपुर, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। संयुक्त राज्य अमेरिका और मलेशिया के रक्षा प्रमुखों ने गुरुवार को दक्षिण चीन सागर में समुद्री सुरक्षा के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता को पुनः दोहराया। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जलमार्ग में चीन के बढ़ते दबदबे को लेकर चिंताओं के बीच दोनों ने रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए कदम उठाने पर जोर दिया।

अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और मलेशिया के रक्षा मंत्री मोहम्मद खालिद नॉर्डिन ने कुआलालंपुर में एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियन नेशंस (आसियान) रक्षा मंत्रियों की मीटिंग-प्लस (जो एक सालाना क्षेत्रीय रक्षा फोरम है) के मौके पर बातचीत की।

एक साझा प्रेस बयान जारी किया। जिसके अनुसार, दोनों देशों ने रक्षा सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, अधिग्रहण और क्रॉस-सर्विसिंग समझौते के नवीनीकरण की घोषणा की। इसके साथ ही संचार, सूचना और भू-स्थानिक मामलों पर द्विपक्षीय समझौतों को अंतिम रूप देने की प्रतिबद्धता दिखाई।

योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हेगसेथ ने बातचीत से पहले कहा, "हम एक खुले और आजाद दक्षिण चीन सागर, इंडो-पैसिफिक के लिए मिलकर काम करते हैं, और इस तरह की पार्टनरशिप इसके प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दिखाती है।"

उन्होंने आगे कहा, "(राष्ट्रपति ट्रंप) इस क्षेत्र में आसियान के लिए ऐसी साझेदारी के मौके बना रहे हैं जो पहले मौजूद नहीं थे। यह दिखाता है कि 'अमेरिका फर्स्ट' का मतलब 'अमेरिका अकेला' नहीं है। इसका मतलब है 'अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ', और निश्चित रूप से मलेशिया इसमें सबसे आगे है।"

मलेशियाई मंत्री ने रक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में अमेरिका के साथ सहयोग की उम्मीद जताई।

उन्होंने कहा, "मेरा मानना ​​है कि रक्षा क्षेत्र में मलेशिया और संयुक्त राज्य अमेरिका मिलकर काम कर सकते हैं।"

दक्षिण चीन सागर में समुद्री सुरक्षा द्विपक्षीय बैठक में प्रमुख मुद्दा रहा।

बयान के अनुसार, सचिव और मंत्री इस बात पर सहमत हुए कि दक्षिण चीन सागर "महत्वपूर्ण" समुद्री गलियारा है जो इस क्षेत्र को बाकी दुनिया से जोड़ता है, "जहां संप्रभुता का सम्मान बहुत जरूरी है।"

इसमें कहा गया है, "दोनों नेताओं ने दक्षिण चीन सागर में समुद्री सुरक्षा को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।"

इसमें आगे कहा गया है, "मंत्री ने कहा कि ग्रे-जोन टैक्टिक्स, जैसे कि विदेशी कोस्ट गार्ड जहाजों की सुरक्षा में किए गए हाइड्रोग्राफिक रिसर्च, संप्रभुता के लिए खतरा हैं, और यह एक स्पष्ट उकसावा और खतरा है," जो साउथ चाइना सी में चीन की गतिविधियों की ओर इशारा करता है।

ग्रे-जोन टैक्टिक्स उन गतिविधियों को कहते हैं जिनसे तनाव तो पैदा होता है, लेकिन वे पूरी तरह से सशस्त्र संघर्ष शुरू करने तक नहीं पहुंचते। चीन ने साउथ चाइना सी में हाइड्रोग्राफिक रिसर्च किया है, जिसे साउथ चाइना सी में अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता जताने और वहां अपने आर्थिक हितों को सुरक्षित करने के कदम के तौर पर देखा जा रहा है।

बयान के अनुसार, सचिव और मंत्री ने सैन्य "गलत अनुमान" को रोकने के लिए कम्युनिकेशन के महत्व पर जोर दिया, साथ ही सैन्य तैयारी सुनिश्चित करने के लिए आधुनिकीकरण और इंटरऑपरेबिलिटी (अंतरसंचालनीयता) पर भी काम किया।

इसमें कहा गया है कि दोनों पक्ष अगले साल पेंटागन में फिर से मिलने के लिए उत्सुक हैं। हेगसेथ बुधवार को हवाई और जापान का दौरा करने के बाद मलेशिया पहुंचे। उनकी यात्रा में वियतनाम और दक्षिण कोरिया भी शामिल हैं।

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Created On :   30 Oct 2025 7:47 PM IST

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