बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बीजेपी के मजबूत गढ़ कटिहार में महागठबंधन के सामने कड़ी चुनौती

बीजेपी के मजबूत गढ़ कटिहार में महागठबंधन के सामने कड़ी चुनौती
कटिहार में हिंदू और इस्लामी संस्कृतियों का एक जीवंत मिश्रण है। बंगाल के साथ लंबे समय से जुड़े होने के कारण स्थानीय परंपराओं में भी बंगाली प्रभाव स्पष्ट दिखता है। यहां प्रमुख धर्म हिंदू है, हिंदू धर्म के 76.90 प्रतिशत अनुयायी हैं, जबकि 22.10 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। यहां हिंदी, मैथिली, उर्दू, बंगाली भाषा बोली जाती हैं।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में कटिहार राज्य का दसवां सबसे बड़ा शहर है। 1957 में स्थापित कटिहार विधानसभा क्षेत्र में 16 बार चुनाव हुए है, इनमें से कांग्रेस ने चार बार जीत हासिल की है, हाल ही के वर्षों में यहां बीजेपी की मजबूत पकड़ हुई है। बीजेपी ने छह बार जीता है, एक बार 1967 में भारतीय जनसंघ ने भी जीत प्राप्त की थी। तारकिशोर प्रसाद पिछले चार चुनाव लगातार जीते है, दो दशक से उनका दबदबा कायम है। 2020 में यहां से आरजेडी की हार हुई थी।

कटिहार में हिंदू और इस्लामी संस्कृतियों का एक जीवंत मिश्रण है। बंगाल के साथ लंबे समय से जुड़े होने के कारण स्थानीय परंपराओं में भी बंगाली प्रभाव स्पष्ट दिखता है। यहां प्रमुख धर्म हिंदू है, हिंदू धर्म के 76.90 प्रतिशत अनुयायी हैं, जबकि 22.10 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। यहां हिंदी, मैथिली, उर्दू, बंगाली भाषा बोली जाती हैं।

बीजेपी और कांग्रेस के अतिरिक्त लोक तांत्रिक कांग्रेस, सीपीआई, जनता पार्टी और जनता दल ने एक -एक बार सीट जीती है। आरजेडी ने यहां दो बार 2000 और 2005 में जीत हासिल की, यहां करीब 10 फीसदी एससी, 7 फीसदी एसटी, 26 फीसदी मुस्लिम आबादी है। शहरी मतदाता 63.76 प्रतिशत के साथ निर्वाचन क्षेत्र में प्रमुख हैं, जबकि ग्रामीण मतदाता 36.24 प्रतिशत हैं।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।

Created On :   2 Nov 2025 2:21 PM IST

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