अतिक्रमण का मामला: क्रिकेटर से राजनेता बने टीएमसी सांसद यूसुफ पठान की मुश्किलें बढ़ी, अतिक्रमण को लेकर वीएमसी ने थमाया नोटिस
- पठान से वापस लेंगे जमीन-वीएमसी
- पूर्व पार्षद विजय पवार ने पठान पर लगाए आरोप
- 6 जून को नोटिस दिया , 13 जून को दी जानकारी
डिजिटल डेस्क, वडोदरा। क्रिकेटर से राजनेता बने टीएमसी सांसद यूसुफ पठान की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। गुजरात में वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर को नोटिस थमाया है। आपको बता दें पठान पश्चिम बंगाल की बहरामपुर संसदीय क्षेत्र से ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी से सांसद निर्वाचित हुए है।
निर्वाचित होने के बाद सांसद व पूर्व भारतीय क्रिकेटर पठान को गुजरात में बीजेपी शासित वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) ने नोटिस जारी किया है। बताया जा रहा है कि वडोदरा नगर निगम ने ये नोटिस एक खाली प्लॉट पर कथित रूप से अतिक्रमण करने को लेकर जारी किया है। वीएमसी ने 6 जून को नोटिस दिया गया था, लेकिन गुरुवार 13 जून को उन्होंने इस बारे में मीडिया को जानकारी दी थी। बीजेपी के पूर्व पार्षद विजय पवार ने इस मामले को उठाया था।
पठान से वापस लेंगे जमीन-वीएमसी
अवैध अतिक्रमण मामले को लेकर वीएमसी की स्थायी समिति के अध्यक्ष शीतल मिस्त्री का कहना है कि वीएमसी ने नोटिस जारी कर दिया है। कुछ समय इंतजार करेंगे और उसके बाद कार्रवाई करेंगे। ये जमीन वीएमसी की है और हम इसे वापस लेकर रहेंगे ।
पूर्व पार्षद विजय पवार ने पठान पर लगाए आरोप
मामले को लेकर विजय पवार ने मीडिया से कहा, "मुझे यूसुफ पठान से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन वीएमसी के पास टीपी 22 के अंतर्गत तनदालजा इलाके में एक रेसिडेंसियल प्लॉट का मालिकाना हक है। यूसुफ पठान ने 2012 में इस प्लॉट की मांग की थी क्योंकि ये प्लॉट उनके घर से सटा हुआ है। तब उन्होंने इसे खरीदने के लिए 57,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर की पेशकश की थी उन्होंने आगे कहा, 'तब वीएमसी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी और जनरल बोर्ड मीटिंग में भी इसे पारित कर दिया गया था, लेकिन इस तरह के मामले में राज्य सरकार के पास अंतिम अथॉरिटी होती है और उसकी तरफ से कोई मंजूरी नहीं मिली थी। जिस वजह से इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था। हालांकि तब प्लॉट के चारों ओर वीएमसी ने कोई घेराव नहीं किया था। पवार का अब कहना है कि मुझे अब जानकारी मिली हैं कि यूसुफ पठान ने प्लॉट के चारों ओर एक दीवार बनाकर उस पर अवैध अतिक्रमण किया है। इस वजह से मैंने नगर निगम को जांच करने को कहा है।
Created On :   15 Jun 2024 12:23 PM IST