बिहार विधानसभा चुनाव 2025: जानिए वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र का सियासी समीकरण, जेडीयू के गढ़ में बीएसपी भी लगा चुकी है सेंध

जानिए वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र का सियासी समीकरण, जेडीयू के गढ़ में बीएसपी भी लगा चुकी है सेंध
2010 में जेडीयू के राजेश सिंह ने 2005 में आरजेडी के टिकट पर जबकि 2000 में बीएसपी के चुनाव चिह्न पर चुनाव में जीत हासिल की थी। यानि राजेश सिंह ने लगातार तीन बार अलग अलग पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव जीता है। राजेश सिंह यहां हैट्रिक लगा चुके है। इलाके में 14.7% एससी , 18.93% एसटी, जबकि 9.7% मुस्लिम समुदाय है। विधासभा में शहरी मतदाता न के बराबर है।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र पश्चिमी चंपारण जिले में आती है। जबकि इसका संसदीय क्षेत्र वाल्मीकि नगर है। 2020 में जेडीयू के धीरेंद्र प्रताप सिंह जेडीयू के टिकट पर चुनाव जीते थे, जबकि इससे पहले 2015 के चुनाव में वे निर्दलीय तौर पर निर्वाचित हुए थे। वाल्मिकि नगर विधानसभा क्षेत्र सामान्य सीट है, जो 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। अब तक यहां केवल तीन विधानसभा चुनाव हुए हैं।

2010 में जेडीयू के राजेश सिंह ने 2005 में आरजेडी के टिकट पर जबकि 2000 में बीएसपी के चुनाव चिह्न पर चुनाव में जीत हासिल की थी। यानि राजेश सिंह ने लगातार तीन बार अलग अलग पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव जीता है। राजेश सिंह यहां हैट्रिक लगा चुके है। इलाके में 14.7% एससी , 18.93% एसटी, जबकि 9.7% मुस्लिम समुदाय है। विधासभा में शहरी मतदाता न के बराबर है। वाल्मिकि नगर ग्रामीण इलाका है। यहां की नहर प्रणाली उत्तर-पश्चिम बिहार की लाइफ लाइन है। कृषि, जंगल,पर्यटन इस क्षेत्र की प्रमुख अर्थव्यवस्था है।

इस विधानसभा क्षेत्र को पहले "भैंसा लोटन" कहते थे था, बाद में पास के जंगल के नाम के आधार पर इसका नाम वाल्मिकि नगर पड़ा। यहां एक मात्र टाइगर रिजर्व है, जिसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा प्राप्त है। यह बिहार का एकमात्र बाघ संरक्षण एरिया है और नेपाल के चितवन नेशनल पार्क से सटा हुआ है।


परिवहन की दृष्टि इलाका आज भी पिछड़ा हुआ है। बारिश के समय यातायात में भारी दिक्कत आती है।


Created On :   13 Oct 2025 1:48 PM IST

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