यूपी गजब है,नगरीय निकाय चुनाव में भारी गड़बड़ी, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के रिश्तेदारों के यहां पहुंची मतदाता पर्ची , जिनकी कई साल पहले हो चुकी है मौत

यूपी गजब है,नगरीय निकाय चुनाव में भारी गड़बड़ी, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के रिश्तेदारों के यहां पहुंची मतदाता पर्ची , जिनकी कई साल पहले हो चुकी है मौत
गड़बड़ी, उत्तरप्रदेश

डिजिटल डेस्क, आगरा। उत्तरप्रदेश के आगरा में नगरीय निकाय चुनाव में मतदाता सूची को लेकर भारी गड़बड़ी सामने आई है। वोटर लिस्ट में आठ साल पहले मौत हो चुकी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के रिश्तदारों के नाम आज भी दर्ज है।ना केवल सूची में नाम है बल्कि उनके घर वोट करने के लिए मतदाता पर्ची भी पहुंच रही है। इतनी बड़ी गड़बड़ी १५ दिन पहले मतदाता सूची के पुनरीक्षण में सामने आई । आपको बता दें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की बहन कमला दीक्षित व बहनोई नंदगोपाल का देहांत वर्ष 2015 में जबकि उनके भांजे अजय दीक्षित की मृत्यु वर्ष 2005 में हुई थी, जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी शामिल भी हुए थे। वहीं दूसरे भांजे अनिल दीक्षित की मृत्यु जनवरी, 2021 में और उनकी पत्नी लक्ष्मी दीक्षित की मृत्यु वर्ष 2008 में हो गई थी। इन सभी के नाम नगर निकाय चुनाव की मतदाता सूची में हैं। इनके पते वार्ड-54 जयपुर हाउस के प्रताप नगर स्थित अलकापुरी (मकान नंबर-42-ए) पर मतदान पर्ची भी बीएलओ की ओर से प्रोवाइड कराए गए। बिक्री कर कार्यालय से मतदान कर निकलीं पूर्व प्रधानमंत्री की भांजा बहू (अजय दीक्षित की पत्नी) व राज्य महिला आयोग की निवर्तमान सदस्य निर्मला दीक्षित ने बताया कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव के दौरान नाम मतदाता सूची से नाम कटवा दिया गया था। इसके बाद भी नगर निकाय की सूची में नाम आ गया है। मतदान पर्ची भी घर पहुंची। ये तो लापरवाही है।

अमर उजाला के अनुसार साकेत विद्यापीठ इंटर काॅलेज, शाहगंज स्थित मतदान केंद्र पर पहुंचे राजू ने बताया कि उनके परिवार के तीन मृत सदस्यों के नाम सूची में हैं, उनकी पर्चियां भी घर आई हैं, जबकि परिवार के वर्तमान मतदाता हैं उनके नाम सूची से गायब हैं।

आपको बता दें नगरीय निकाय चुनाव में इतनी बड़ी गड़बड़ी देखने को मिल रही है जैसे कि जिन लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र नगर निगम जारी कर चुका है, उनके नाम भी मतदाता सूची में दर्ज है। मतदाता सूची में बड़ी संख्या में मृत व्यक्तियों के नाम शामिल हैं। गोकुलपुरा वार्ड-87 निवासी उमारानी की मृत्यु वर्ष 2011 में ही चुकी थी। उनके पति श्यामलाल यादव की मृत्यु वर्ष 2018 में हुई थी। दोनों के नाम वोटर लिस्ट में शामिल हैं। मतदान पर्ची भी उपलब्ध कराई गई।

Created On :   5 May 2023 2:37 PM IST

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